राहुल गांधी का बड़ा आरोप, कहा- मोदी अंग्रेजों की तरह चला रहे हैं सरकार, बोलने वाला अपराधी घोषित
By शीलेष शर्मा | Published: January 19, 2021 04:40 PM2021-01-19T16:40:42+5:302021-01-19T16:49:16+5:30
राहुल गांधी ने गंभीर आरोप लगते हुए कहा कि देश की सभी संस्थाओं पर पीएम मोदी ने शिकंजा कस रखा है...
प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार खेती के पूरे ढांचे को अपने चार पांच मित्रों के हाथों में सौंप देना चाहते हैं। देश के हवाईअड्डे, ऊर्जा, दूरसंचार, रिटेल जैसे क्षेत्रों को अपने मित्रों को सौंपने के बाद मोदी की कोशिश कृषि क्षेत्र को भी इन्हीं के हवाले करने की है। यह आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने आज प्रधानमंत्री मोदी पर सीधा हमला बोला।
राहुल गांधी बोले- किसानों की समस्या को नजरअंदाज कर रही सरकार
किसानों के समर्थन में उतरे राहुल ने सरकार की गलतबयानी को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि वह किसानों की समस्या को नजरअंदाज कर रही है और गुमराह करने की कोशिश में जुटी है।
राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार ने जिस तरह अन्य क्षेत्रों को चार पांच पूँजीपतियों के हाथ में सौंपा है अब केवल कृषि का क्षेत्र बचा है जिसके एकाधिकार को भी मोदी समाप्त कर देना चाहते हैं। जिसका सीधा प्रभाव देश के भविष्य पर पड़ने वाला है। उन्होंने युवाओं और मध्यम वर्ग को सचेत किया कि यदि वे नहीं उठे तो गंभीर संकटों का सामना भविष्य में उनको करना होगा।
राहुल गांधी ने कृषि कानून पर जताई चिंता
राहुल गांधी ने चिंता जताई कि प्रधानमंत्री मोदी तीन कृषि काले कानून लाकर एक रणनीति के तहत जो कोशिश कर रहे हैं उसकी गहराई को समझने की जरूरत है। भट्टा-परसॉल से लेकर भूमि सुधार कानून और अब तीनों काले कानून मोदी की रणनीति का हिस्सा रहे हैं। वह दिन दूर नहीं जब चुनिंदा घराने खेती की उपज का भंडारण करेंगे और माध्यम वर्ग को उसकी ऊंची कीमत चुकानी होगी। यह सीधा हमला युवाओं और माध्यम वर्ग पर है।
राहुल गांधी के पीएम मोदी पर गंभीर आरोप
राहुल गांधी के मुताबिक देश की सभी संस्थाओं पर पीएम मोदी ने शिकंजा कसा हुआ है, चाहे वे सर्वोच्च न्यायलय हो, मीडिया हो, संसद हो या फिर कोई दूसरी संस्था। विपक्ष को संघर्ष करने के लिए इन संस्थाओं का सहयोग चाहिए होता है लेकिन देश में डर का माहौल है। अँग्रेज़ शासकों की तर्ज पर मोदी सरकार चला रहे हैं, जो भी सरकार के खिलाफ बोलता है उसे राष्ट्र विरोधी अथवा अपराधी घोषित कर दिया जाता है। जब तक तीनों क़ानून समाप्त नहीं होते तब तक यह संघर्ष रुकने वाला नहीं।
चीन की विस्तारवादी नीति पर सरकार को आगाह करते हुये राहुल गांधी ने कहा कि हमें चीन की रणनीति को समझने की जरूरत है ,न कि इवेंट मैनेजमेंट की, क्योंकि चीन एक सोची समझी रणनीति के तहत आगे बढ़ रहा है और हमारी सरकार उसकी गहराई को नहीं समझ रही। उनका साफ मानना था कि अभी हमने एक स्पष्ट रणनीति के तहत कदम नहीं उठाये तो इसके गंभीर नतीजे होंगे।
राहुल गांधी ने जेपी नड्डा पर भी साधा निशाना
उल्लेखनीय है कि राहुल की टिप्पणी से पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल और उनके परिवार पर तीखा हमला करते हुये कहा कि चीन के मुद्दे पर राहुल कब तक झूठ बोलते रहेंगे। दरअसल नड्डा ने नेहरू को विवाद में घसीटते हुये आरोप लगाया कि नेहरू ने हजारों किलोमीटर जमीन चीन के हवाले कर दी थी।
राहुल ने नड्डा पर व्यंग्य करते हुये कहा "वह देश के प्रोफ़ेसर नहीं कि उनको जबाब दिया जाये।नड्डा ने कांग्रेस और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के बीच हुये समझौते पर भी सवाल खड़े किये और जबाब मांगे। राहुल ने देश के लिये एक नये विजन की ज़रूरत बतायी तथा भरोसा दिया कि कांग्रेस देश को नया विज़न देगी।