राहुल गांधी पर बरसे रामगोपाल, अखिलेश ने भी दी उलाहना, अभी से बजने लगीं महागठबंधन की थालियां
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: July 22, 2018 03:29 PM2018-07-22T15:29:59+5:302018-07-22T16:41:43+5:30
आगामी लोकसभा चुनाव के लिए हुए महागठबंधन में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल मुख्य भूमिका में हैं। वहीं, मानसून सत्र 2018 लोकसभा में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पीएम मोदी को गले लगाने के बाद से मामला कही उलझता दिख रहा है।
नई दिल्ली, 22 जुलाई: एक तरफ कांग्रेस आगामी 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए गुटबंदी में जुटी है। कांग्रेस यह चाहती है कि 2019 के लोकसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी बनाम देश की सभी पार्टियां से लड़ा जाए। इसको लेकर महागठबंधन की नींव रखी गई है। जिसमें छोटी-बड़ी सभी पार्टियां एक साथ दिख रही हैं। माना जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव के लिए हुए महागठबंधन में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल मुख्य भूमिका में हैं। वहीं, मानसून सत्र 2018 लोकसभा में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पीएम मोदी को गले लगाने के बाद से मामला कही उलझता दिख रहा है। हालांकि, अभी किसी ने साफ तौर पर इसका खुलासा नहीं किया है। लेकिन इशारे-इशारे में यह सवाल उठते दिख रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट के जरिए कुछ शायराना अंदाज में राहुल गांधी को नसीहत दी है। अखिलेश यादव ने बशीर बद्र का एक शेर लिखा 'कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक से, ये नए मिज़ाज का शहर है जरा फासले से मिला करो'। वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी ने चाणक्य कहे जाने वाले और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने भी राहुल गांधी को नसीहत दे दी। उन्होंने कहा है कि सदन में राहुल गांधी के आंख मारने की हरकत को बचकाना बताया है। उन्होंने कहा 'जो भी राहुल किया वह बहुत ही बचकानी हरकत थी।'उन्होंने यह भी कहा कि राहुल को ऐसी हरकत नहीं करनी चाहिए था। हालांकि उन्होंने यह साफ़ भी किया है कि बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए वह कांग्रेस के साथ चुनाव जरुर लड़ेंगे। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि 2019 के चुनाव में सपा 80 सीटों पर जीत हासिल करेगी।वहीं उन्होंने सीट के बटवारे को लेकर कहा कि यह सब गठबंधन पार्टी तय करेगी कि किसको कितनी सीटें देनी हैं।
कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक से
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 21, 2018
ये नए मिज़ाज का शहर है ज़रा फ़ासले से मिला करो
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बता दें कि मानसून सत्र में लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी निशाना साध रहे थे। इसी दौरान वह पीएम मोदी के पास गए और उन्हें उठने के लिए कहने लगे। लेकिन जब पीएम मोदी ने उठने से साफ इनकार कर दिया। तब राहुल उन्हें गले लगा लिया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल को बुलाकर उनसे हाथ मिलाया। यही नहीं, इसके बाद राहुल अपनी सीट पर बैठ गए थे और उन्होंने पीएम मोदी को देखते ही मसखरी के तौर पर आंख भी मार दी।
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वहीं, एक तरफ बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी अपनी धुन बनाई है। गौरतलब है कि लोकसभा से पहले मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर मायावती ने शनिवार को दिल्ली में एक बैठक की। इसमें मायावती ने तीन राज्यों के समन्वयकों, जिलाध्यक्षों और विधायकों से बात की है। उन सभी को अकेले दम पर चुनावी तैयारी में जुटने को कहा है। क्योंकि मायावती चाहतीं हैं कि अगर गठबंधन हो तो तीनों राज्यों में हो वरना नहीं। उनकी इस शर्त को लेकर कांग्रेस थोड़े असमंजस में है।
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