बिहार पुलिस परेशान, खोजे नहीं मिल रहे हैं कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू, अब कुर्की की बारी, तलाश में छापेमारी
By एस पी सिन्हा | Published: June 24, 2020 08:14 PM2020-06-24T20:14:17+5:302020-06-24T20:14:17+5:30
बिहार की पुलिस बीते 18 जून से सिद्धू के अमृतसर में स्थित घर के बाहर उनका इंतजार कर रहे थी, लेकिन वह नहीं मिले. अब पुलिस ने उनके घर के गेट पर एक नोटिस चिपका दिया है.
पटनाः बिहार पुलिस पंजाब में जाकर पंजाब सरकार के पूर्व मंत्री सह क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है, लेकिन सिद्धू खोजे मिल नही रहे हैं.
उन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान कटिहार जिले के बारसोई की चुनावी सभा में विवादित बयान दिया था. इसकी पूछताछ के लिए कटिहार पुलिस पिछले एक सप्ताह से अमृतसर में कैंप कर रही है. लेकिन पुलिस को सिद्धू का कोई अता-पता नहीं मिल रहा है.
बिहार की पुलिस बीते 18 जून से सिद्धू के अमृतसर में स्थित घर के बाहर उनका इंतजार कर रहे थी, लेकिन वह नहीं मिले. अब पुलिस ने उनके घर के गेट पर एक नोटिस चिपका दिया है. दरअसल, बिहार के कटिहार जिले में कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ 2019 की एक चुनावी रैली के दौरान दिए गए एक भाषण को लेकर केस दर्ज है.
पुलिस ने अमृतसर स्थित सिद्धू की कोठी की निगहबानी की
पुलिस ने अमृतसर स्थित सिद्धू की कोठी की निगहबानी की, लेकिन उनके अमृतसर से बाहर होने की बात बताई गई. बिहार पुलिस ने कांग्रेस नेता के नहीं मिलने पर उनके अमृतसर के आवास नोटिस चिपकाया है ताकि बेल बांड के पेपर पर उनके हस्ताक्षर पाए जा सकें.
सिद्धू पर लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान एक समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने और अल्पसंख्यक समुदाय से वोट अपील करने का आरोप है. पुलिस सूत्रों के अनुसार एक सप्ताह बाद भी सहयोग नहीं करने की स्थिति में पुलिस सख्ती बरत सकती है.
बताया जा रहा है कि पुलिस टीम को अमृतसर में ही कैंप करने को कहा गया है. नवजोत सिंह सिद्धू के नहीं मिलने की स्थिति में पुलिस ने कुर्की-जब्ती वारंट के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की तैयारी भी शुरू कर दी है.
वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया था
पिछले लोकसभा चुनाव में नवजोत सिंह सिद्धू ने बारसोई में कांग्रेस प्रत्याशी तारिक अनवर के पक्ष में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए क्षेत्र में अल्पसंख्यकों की संख्या अधिक होने का हवाला देते हुए अल्पसंख्यक प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने की अपील की थी. वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया था.
कांग्रेस प्रत्याशी ने भी सिद्धू के बयान से खुद को अलग करते हुए कहा था कि सिद्धू को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था. बताया जाता है कि सभास्थल पर प्रतनियुक्त दंडाधिकारी द्वारा बारसोई थाना में आचार संहिता उल्लंघन के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी.
जिला प्रशासन की रिपोर्ट के आधार पर चुनाव आयोग ने चार दिनों के लिए उनके चुनाव-प्रचार पर प्रतिबंध भी लगाया था. कोर्ट का आदेश लेकर पुलिस अमृतसर गई है. दिसंबर में भी पुलिस इस सिलसिले में अमृतसर गई थी, लेकिन सिद्धू नहीं मिले थे.
सिद्धू पर बारसोई थाना में दर्ज मामले को लेकर कटिहार पुलिस एक सप्ताह से अमृतसर में
इस संबंध में कटिहार के एसपी विकास कुमार ने बताया कि नवजोत सिंह सिद्धू पर बारसोई थाना में दर्ज मामले को लेकर कटिहार पुलिस एक सप्ताह से अमृतसर में है. पूछताछ के लिए सिद्धू पुलिस के समक्ष उपस्थित नहीं हो रहे हैं.
अनुसंधान में सहयोग करने एवं जरूरत पड़ने पर कटिहार न्यायालय में उपस्थित होने की लिखित सहमति उनसे ली जानी है. लॉकडाउन के पूर्व भी पुलिस टीम को भेजा गया था. इसके लिए न्यायालय से भी औपचारिक रूप से अनुमति ली गई थी. पुलिस जांच में सहयोग नहीं करने पर कुर्की-जब्ती वारंट के लिए पुलिस न्यायालय जाएगी.