बिहारः CM नीतीश को रावण रूपी पोस्टर आया सामने, तेजस्वी को बनाया 'भगवान राम'
By एस पी सिन्हा | Published: October 17, 2018 04:09 PM2018-10-17T16:09:11+5:302018-10-17T16:09:11+5:30
दशहरे के मौके पर लगा यह पोस्टर लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। दरअसल, राजद नेता तेजस्वी यादव के संविधान बचाओ यात्रा की शुरुआत करने वाले हैं।
बिहार की राजनीति इस वक्त एक दिलचस्प दौर से गुजर रही है। सूबे में विपक्ष आजकल पोस्टर वार के जरिये सत्ता पक्ष पर हमला करने में जुटा है। इसी क्रम में राजधानी पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का रावण रूपी एक विवादित पोस्टर सामने आया है। जबकि इस पोस्टर में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को राम की संज्ञा दी जा रही है।
दशहरे के मौके पर लगा यह पोस्टर लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। दरअसल, राजद नेता तेजस्वी यादव के संविधान बचाओ यात्रा की शुरुआत करने वाले हैं। 21 अक्टूबर से यह यात्रा शुरू होगी जो 2 नवम्बर तक चलेगी। इस यात्रा से पहले इस यात्रा को लेकर एक खास पोस्टर सामने आया है।
यह पोस्टर राजद के दफ्तर के बाहर लगा है। इस पोस्टर में राम और रावण नजर आ रहे हैं। इसमें रावण की जगह नीतीश कुमार और राम की जगह तेजस्वी यादव के नजर आने से राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बन गया है। इस तरह का विवादित पोस्टर लोगों के लिए चर्चा का विषय बन गया है।
इस पोस्टर में तेजस्वी यादव की दशहरे के बाद होने वाली संविधान बचाओ यात्रा का जिक्र किया गया है। फिलहाल बिहार में इन दिनों राजनीतिक गर्मा गर्मी पोस्टरों में साफ तौर पर देखी जा सकती है।
हाल ही में कांग्रेस ने नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए पांच करोड़ रुपये जीतने वाला पोस्टर चस्पा करवाया था। अब राजद के दफ्तर के बाहर लगे तेजस्वी यादव के इस ‘संविधान बचाओ यात्रा’ का जो पोस्टर लगा है, उसमे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दस सर के साथ दशानंद रावण के रूप में दिखाया गया है।
वहीं, तेजस्वी राम की तरफ धनुष से रावण यानी नीतीश कुमार पर निशाना साधते नजर आ रहे हैं। वैसे राजद की तरफ से इस तरह का पोस्टर पहलीबार नहीं लगाया गया है। पहले ही तेजस्वी यादव के घर के बाहर एक पस्टर लगा था, जिसमे महाभारत त के द्रौपदी स्वयंबर का चित्रण किया गया था। इसमें तेजस्वी को तीर धनुष से मछली पर निशाना लगाते हुए दिखाया गया था।
मछली की जगह नीतीश कुमार-अमित शाह-और सुशिल मोदी की तस्वीर थी। लेकिन, इस बार जिस तरह से नीतीश कुमार को दशानद रावण के रूप दिखाया गया है। उसका राजनीतिक अर्थ कम घृणा का भाव ज्यादा प्रदर्शित हो रहा है। यह पोस्टर राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता आनंद यादव द्वारा लगाया गया है।
इस पोस्टर पर एक स्लोगन भी दिया गया हा-‘ जब जब रावण ने अत्याचार किया है, तब तब एक राम ने जन्म लिया है’। कहने का तात्पर्य है कि नीतीश कुमार रावण हैं, जिसके विनाश के लिए अब तेजस्वी राम के रूप में अवतरित हुए हैं। जाहिर इस पोस्टर को लेकर भी आरोप प्रत्यारोप की राजनीति का दौर शुरू होगा।