पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार 17वें दिन बढ़े, कीमतों में बढ़ोत्तरी के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन करेगी कांग्रेस
By निखिल वर्मा | Published: June 23, 2020 11:23 PM2020-06-23T23:23:23+5:302020-06-23T23:23:23+5:30
डीजल के दाम रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंच चुके हैं जबकि पेट्रोल के दाम पिछले दो साल की ऊंचाई पर हैं.
देश भर में पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के बीच कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ वह जल्द ही राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन करेगी। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर स्वास्थ्य संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए यह आंदोलन किया जाएगा और तारीखों के बारे में जल्द घोषणा की जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने 17 दिनों से ईंधन की कीमत में बढ़ोतरी की है जिससे आम लोगों को बहुत नुकसान का सामना करना पड़ा है।’’ कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘ जिस प्रकार से मोदी सरकार लोगों को, 17 दिन से पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ाकर लूट रही है, इस पर बहुत जल्द भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस एक जन आंदोलन का कार्यक्रम तैयार कर मीडिया को सूचित करेगी।’’ एक दिन पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा था कि सरकार को अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों में आई गिरावट का फायदा जनता तक पहुंचाना चाहिए, जबकि सरकार इससे मुनाफा कमा रही है।
लगातार 17वें दिन बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम
पेट्रोल, डीजल के दाम में वृद्धि का सिलसिला मंगलवार को लगातार 17वें दिन भी जारी रहा। पेट्रोल का दाम मंगलवार को 20 पैसे और डीजल का दाम 55 पैसे प्रति लीटर बढ़ा दिया गया। इस दौरान कुल मिलाकर पेट्रोल का दाम 8.50 रुपये और डीजल का दाम 10.01 रुपये प्रति लीटर बढ़ चुका है।
तेल विपणन कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के मुताबिक दिल्ली में पेट्रोल का दाम 79.56 रुपये से बढ़कर 79.76 रुपये प्रति लीटर और डीजल का दाम 55 पैसे प्रति लीटर बढ़कर 79.40 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया। तेल कंपनियां पूरे देश में समान रूप से दाम बढ़ातीं हैं लेकिन राज्यों में इन दोनों ईंधनों पर अलग अलग दर से बिक्री कर और मूल्य वर्धित कर (वैट) लगने से खुदरा दाम अलग अलग होते हैं।