अमित शाह की रैली पर तेजस्वी यादव ने कहा- यह पहली ऐसी पार्टी है जो अपने लोगों के मरने पर जश्न मना रही है
By अनुराग आनंद | Published: June 1, 2020 08:24 PM2020-06-01T20:24:09+5:302020-06-01T20:24:09+5:30
तेजस्वी यादव ने कहा कि जिस दिन अमित शाह ऑनलाइन चुनावी रैली करेंगे उसी दिन प्रतिकार में हम 'गरीब अधिकार दिवस' मनाएंगे.
पटना: अब बिहार भाजपा चुनाव को लेकर अब शंखनाद करने जा रही है. आगामी 9 जून को पार्टी के चुनाव अभियान की शुरुआत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे. अमित शाह डिजिटल रैली के जरिए तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कार्यकर्ताओं और अपने समर्थकों को संबोधित करेंगे. गृह मंत्री अमित शाह और अध्यक्ष जेपी नड्डा इस रैली को संबोधित करेंगे. भाजपा के इस रैली पर RJD नेता तेजस्वी यादव ने जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि यह पहली ऐसी पार्टी है जो अपने लोगों के मरने पर जश्न मना रही है.
इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने कहा कि जिस दिन अमित शाह ऑनलाइन चुनावी रैली करेंगे उसी दिन प्रतिकार में हम 'गरीब अधिकार दिवस' मनाएंगे.
कोरोना की संख्या लगभग 2 लाख पहुंच गई है, ग़रीब पैदल चल भूखे मर रहे है लेकिन BJP 9 जून को डिजिटल रैली निकालेगी। भाजपा दुनिया की पहली ऐसी पार्टी है जो अपने लोगों के मरने पर जश्न मना रही है।जिस दिन BJP ग़रीबों की मौत का जश्न मनाएगी उसी दिन प्रतिकार में हम “गरीब अधिकार दिवस” मनाएँगे।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 1, 2020
बता दें कि बिहार भाजपा अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने आज यहां आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि 9 जून को डिजिटल रैली को अमित शाह संबोधित करेंगे. उन्होंने कहा अमित शाह दो रैलियों को संबोधित करेंगे. पहली रैली में वह उत्तर बिहार से फेसबुक के जरिए लाइव रहेंगे, जबकि दक्षिण बिहार के कार्यकर्ता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस रैली से जुडेंगे.
पहली रैली 9 जून को होगी और दूसरी रैली की तारीख का एलान भी जल्द कर दिया जाएगा. वहीं, बिहार विधान सभा के आम चुनाव को लेकर चुनाव आयोग के दिशानिर्देश मिलते ही तैयारियां शुरू कर दी जाएगी. बिहार में आम चुनाव अक्टूबर-नवंबर में होना प्रस्तावित है. कोरोना के संकट को लेकर देश भर में लॉकडाउन के कारण सामान्य जन-जीवन और अन्य सरकारी कार्य भी प्रभावित हुए.
इसी दौरान बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भी प्रशासनिक और अन्य चुनाव संबंधी कार्यो पर भी असर पडा. लेकिन आज के बाद सरकारी कार्यों को लेकर स्थिति सामान्य होने की उम्मीदें बढ गयी है. अधिकारी व कर्मचारी भी इसके लिए तैयार हो गये हैं.
संजय जायसवाल ने कहा है कि देश में डिजिटल चुनाव कोई नई बात नहीं है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सबसे पहले चुनाव में डिजिटल तरीके से कैंपेन करने का श्रेय जाता है. भाजपा का मानना है कि डिजिटल तरीके से चुनाव अभियान में उसे महारत हासिल है और इसी लिहाज से वह सबसे पहले कैंपेन में जुट जाना चाहती है. कोरोना महामारी और संक्रमण के इस दौर में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन बेहद जरूरी है.
लिहाजा भाजपा को यह लगता है कि डिजिटल कैंपेन से पार्टी अगर फ्रेंडली रही तो आगामी विधानसभा चुनाव में उसे इसका फायदा जरूर मिलेगा. वहीं, भाजपा के अंदरूनी सूत्र बता रहे हैं कि भले ही अभी केवल अमित शाह की रैली के बारे में जानकारी साझा की गई हो, लेकिन अंदरूनी तौर पर पार्टी ने डिजिटल कैंपेन का पूरा ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है. एक-एक कर भाजपा के तमाम बडे चेहरे कार्यकर्ताओं और समर्थकों से जु्डकर डिजिटल रैली करेंगे. जैसे-जैसे चुनाव का वक्त नजदीक आएगा, वैसे-वैसे यह अभियान और जोर पकडेगा.
इसबीच, आज से बिहार के निर्वाचन विभाग में भी चहल पहल बढ गई है. विभाग आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय निर्वाचन आयोग के भी दफ्तर में सामान्य कामकाज शुरू हो गया है. पहले जहां कोरोना के कारण रूटीन कामकाज को छोडकर अन्य कार्य लंबित थे, अब वे सभी कार्य शुरू होंगे. आयोग के दफ्तर में भी अब बिहार चुनाव को लेकर बैठकों का दौर शुरू होगा. सूत्रों ने बताया कि आयोग के द्वारा दिये गए निर्देशों के अनुसार बिहार में भी कार्रवाई शुरू हो जाएगी.