निजामुद्दीन मरकज मामला: 569 लोगों की यूपी में पहचान, तबलीगी जमात में लिया हिस्सा, 218 विदेशी नागरिक, वीजा की पड़ताल
By भाषा | Published: April 1, 2020 09:21 PM2020-04-01T21:21:27+5:302020-04-01T21:21:50+5:30
अपर मुख्य सचिव (गृह एवं सूचना) अवनीश कुमार अवस्थी ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा, " दिल्ली में तबलीगी जमात में सम्मिलित होने वाले प्रदेश के 569 लोगों को अभियान चलाकर चिन्हित करके उन्हें पृथक रखा गया है। इससे भागने वाले व्यक्तियों पर कठोर कार्यवाही की जायेगी।"
लखनऊः दिल्ली में तबलीगी जमात में शामिल होने वाले उत्तर प्रदेश के 569 लोगों को चिन्हित करके उन्हें पृथक रखा गया है। इसके अलावा 218 विदेशी नागरिकों को भी चिन्हित किया गया है जिनके वीजा की पड़ताल की जा रही है।
अपर मुख्य सचिव (गृह एवं सूचना) अवनीश कुमार अवस्थी ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा, " दिल्ली में तबलीगी जमात में सम्मिलित होने वाले प्रदेश के 569 लोगों को अभियान चलाकर चिन्हित करके उन्हें पृथक रखा गया है। इससे भागने वाले व्यक्तियों पर कठोर कार्यवाही की जायेगी।"
उन्होंने बताया कि 218 विदेशी नागरिकों को भी चिन्हित करके उनके वीजा की पड़ताल की जा रही है। ‘टूरिस्ट वीजा’ पर आने वाले लोग यदि इसका दुरुपयोग करते पाये गए तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी। अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि राज्य एवं जनपदों की सीमाओं पर लॉक डाउन का सख्ती से पालन किया जाये। उन्होंने बताया कि उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर ‘फेक न्यूज’ पर भी ‘कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति’’अपनाई जायेगी।
इस सम्बंध में जिले के पुलिस एवं प्रशासन को निर्देशित कर दिया गया है। अवस्थी ने बताया कि बैंक और राशन की दुकानों पर जनता की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य के दृष्टिगत सामाजिक दूरी बनाये रखने के लिए पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के माध्यम से साफ-सफाई एवं फॉगिंग की व्यवस्था कराई जायेगी। उन्होने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा की गयी कार्यवाही में 6594 लोगों के विरूद्ध धारा-188 के तहत प्राथिमकी दर्ज की गई। अब तक कुल 14880 लोग गिरफ्तार किये गये।
प्रदेश में कुल 5261 नाके स्थापित किये गये हैं तथा अब तक 816562 वाहनों की सघन चेकिंग में 13122 वाहन जब्त किये गये
प्रदेश में कुल 5261 नाके स्थापित किये गये हैं तथा अब तक 816562 वाहनों की सघन चेकिंग में 13122 वाहन जब्त किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 34345743 रूपए का जुर्माना वसूल किया गया। आकस्मिक सेवाओं हेतु कुल 43664 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि सामान्य कार्य के लिए माल ढोने वाले वाहनों पर कोई प्रतिबंध नहीं है, पर अनाधिकृत रूप से सवारी बैठाने वाले वाहनों पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
उन्होंने बताया कि आवश्यक वस्तु अधिनियम के अन्तर्गत जमाखोरी एवं कालाबाजारी करने वाले 94 लोगों के विरूद्ध 58 मामले पंजीकृत किये गये और 25 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमत्री हेल्पलाइन 1076 के माध्यम से 42320 ग्राम प्रधानों से संपर्क किया गया तथा 26378 शिकायतों को निस्तारित भी किया गया।
अवस्थी ने बताया कि भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 1815647 राशन कार्डधारकों को कुल 52081.626 टन खाद्यान्न वितरण किया गया, जिसमें 30365.979 टन गेहूं तथा 21715.647 टन चावल का वितरण किया गया। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोई भूखा न रहे, इसके लिए 1734 धार्मिक एवं स्वैच्छिक संस्थाओं द्वारा कुल 603610 लोगों को खाने के पैकेट उपलब्ध कराये गये।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की श्रमिक भरण-पोषण योजना के तहत अब तक 9.86 लाख भवन निर्माण श्रमिकों के खातों में एक-एक हजार रूपए की राशि आरटीजीएस के माध्यम से भेजी गई है। इसके अतिरिक्त नगरीय क्षेत्र के 31222 श्रमिकों को भी एक-एक हजार रुपए का भुगतान किया जा चुका है।
उन्होंने मुख्यमंत्री के निर्देश का हवाला देते हुए बताया कि प्रदेश में लॉक डाउन अवधि में सरकारी व गैर सरकारी क्षेत्र में किसी का वेतन न रोका जाये तथा समय से वेतन का भुगतान किया जाये। उन्होंने यह भी बताया है कि फसल कटाई आरम्भ हो गई है तथा 15 अप्रैल से मण्डियों में सामाजिक दूरी को ध्यान में रखते हुए गेहूं खरीद की समस्त औपचारिकताएं पूरी करने के निर्देश दिये गये है।
पिछले महीने गुजरात के लगभग 1500 लोग निजामुद्दीन इलाके में थे: सरकार
पिछले महीने गुजरात के लगभग 1500 लोग राष्ट्रीय राजधानी के निजामुद्दीन इलाके में थे जहां कोरोना वायरस महामारी के चलते फिलहाल कड़ा लॉकडाउन है। अधिकारियों ने बुधवार को कहा किथे। हालांकि राज्य सरकार को इस इलाके में हुए आयोजन शामिल होने वाले लोगों की सही संख्या के बारे में पता नहीं है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक पुलिस और नगर निकाय अधिकारियों की संयुक्त टीमों ने सूरत, भावनगर और बोताड़ शहर के लहभग 60 लोगों की पहचान की जो संभवत: निजामुद्दीन इलाके मौजूद थे।
उन सभी को मंगलवार रात से पृथक सेवा में रख दिया गया है। तबलीगी जमात के आयोजन ‘‘मरकज’’ के बाद से निजामुद्दीन का इलाका कोरोना वायरस संक्रमण के हॉट स्पॉट (जहां संक्रमित लोगों की संख्या ज्यादा हो) के रूप में उभरा है और इस कारण कई राज्य उस आयोजन में भाग लेने वालों की पहचान करने में फुर्ती से जुट गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की विज्ञप्ति के अनुसार प्रशासन इन अलग-अलग शहरों में इन 1500 लोगों की पहचान करने में जुटा हुआ है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि इस महीने की शुरुआत में गुजरात से ‘‘मरकज’’ में शामिल होने दिल्ली जाने वाले हर व्यक्ति को खोजकर पृथक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि से लोगों की सही संख्या बुधवार शाम तक बता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने मरकज में शामिल होने वालों के खिलाफ लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने के लिए कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “पूरे समाज को खतरे में डालने वाले इस गैर जिम्मेदाराना व्यवहार को सहन नहीं किया जाएगा।” इस बीच सूरत नगरपालिका आयुक्त वांछानिधि पाणि ने कहा कि रात भर में 43 लोगों की पहचान कर उन्हें केंद्रीय पृथक सेवा में भेज दिया गया है।
सूरत के पुलिस आयुक्त आरबी ब्रह्मदत्त ने कहा कि सभी 43 लोगों की पूछताछ करने के बाद पता चला है कि उनमें से केवल एक मरकज में शमिल हुआ था जबकि अन्य किसी काम या व्यापार के सिलसिले में निजामुद्दीन इलाके में गए थे। पुलिस महानिदेशक अशोक यादव ने बताया कि मंगलवार को भावनगर से निजामुद्दीन जाने वाले 13 लोगों की पहचान कर पृथक कर दिया गया था। अधिकारियों के मुताबिक वलसाड में 10 अन्य लोगों की पहचान की गई है जबकि नवसारी में 15 लोग पृथक सेवा में रखे गए हैं।