फिर दो धड़ों में बंटा मुलायम सिंह का परिवार, छोटी बहू अपर्णा चाचा शिवपाल के साथ, बढ़ी सियासी गर्मियां
By रामदीप मिश्रा | Published: October 14, 2018 09:05 AM2018-10-14T09:05:20+5:302018-10-14T09:05:20+5:30
राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर शिवपाल यादव का कहना था कि हम अपनी पार्टी के साथ छोटे दालों को जोड़ कर कुछ बहेतर करने जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश की राजनीति में मुलायम सिंह (नेता जी) का परिवार आपसी खींचतान की वजह से पिछले कुछ सालों से सुर्खियों में रहा है। यही वजह समाजवादी पार्टी (सपा) से अलग होकर शिवपाल यादव ने अपना नया दल समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बनाया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल की आपस में नहीं बनी और एक-दूसरे से अलग हो गए। गौर करने वाली बात यह है कि अब एक नई सियासत का दौर शुरू हुआ है।
दअसल, शिवपाल यादव अपने बड़े भाई यानि समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव से अलग नहीं होना चाहते हैं और उन्होंने मुलायम को अपनी पार्टी से लोकसभा का चुनाव लड़ने तक का ऑफर दे दिया है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि पिछले शुक्रवार को राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि के मौके पर लखनऊ में शिवपाल और मुलायम एक साथ एक ही मंच पर दिखे।
इसके बाद अब मुलायम सिंह की छोटी बहू अपर्णा यादव शनिवार को राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी के स्थापना दिवस के कार्यक्रम में चाचा शिवपाल के साथ नजर आई हैं और उन्होंने 24 दलों को एकसाथ आने लिए आह्वान किया है।
शिवपाल के साथ मंच साझा करते हुए अपर्णा यादव ने कहा, 'यहां 24 राजनीतिक दलों की बैठक बुलाई थी, सब अगर एकसाथ आ जाएं तो वो एक शक्ति बन जाएगी। शक्ति को इकट्ठा करें और इस दल को बल में बदल दें। मैं चाहती हूं कि सेक्युलर मोर्चा मजबूत हो, मजबूती के साथ अपने लोकतंत्र को मजूबत करें।'
Yahan 24 rajneetik daloon ki baithak bulayi thi,sab agar ek saath aajayen toh woh ek shakti ban jaayegi.Shakti ko ekatha karen aur iss dal ko bal mein badal dijiye.Mein chahti hun ki Secular Morcha mazboot ho,mazbooti ke saath apne loktantra ko mazboot karen:Aparna Yadav (13 Oct) pic.twitter.com/RgVeHE6CGT
— ANI UP (@ANINewsUP) October 14, 2018
वहीं, राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर शिवपाल यादव का कहना था कि हम अपनी पार्टी के साथ छोटे दालों को जोड़ कर कुछ बहेतर करने जा रहे हैं। सामान विचारधारा के लोग एक साथ आयेंगे और आगामी लोकसभा चुनाव में उनका सीधा मुकाबला बीजेपी से होगा।
उससे पहले शुक्रवार को शिवपाल ने कहा था कि उन्हें अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव का आशीर्वाद प्राप्त है। इधर, मुलाय सिंह भी बेटे और भाई के बीच में कोई अंतर नहीं रखना चाहते हैं। यही कारण है कि मुलायम सिंह ने पिछले महीने अखिलेश यादव के साथ मंच साझा किया, इसके बाद भाई शिवपाल के साथ खड़े नजर आए हैं।