मुख्तार अब्बास नकवी बोले- 'राहुल-प्रियंका के साथ-साथ अब रॉबर्ट वाड्रा साहब भी आ गए मैदान में, ये तिकड़ी कन्फ्यूजन पैदा करेगी'
By पल्लवी कुमारी | Published: May 19, 2020 02:46 PM2020-05-19T14:46:21+5:302020-05-19T14:46:45+5:30
कोरोना लॉकडाउन के बीच देश में आज कोविड-19 संक्रमितों की संख्या एक लाख के पार चली गई है और तीन हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
नई दिल्ली: केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कांग्रेस पार्टी पर कोरोना वायरस के वैश्विक महामारी के दौरान राजनीति करने का आरोप लगाया है। मुख्तार अब्बास नकवी ने कांग्रेस के पर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और उनके पति रॉबर्ट वाड्रा की आलोचना की है। मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है, ''राहुल गांधी उतर आए मैदान में, प्रियंका जी आ गईं और अभी रॉबर्ट वाड्रा साहब भी आ गए। अब ये जो तिकड़ी है ये लोगों में कन्फ्यूजन पैदा करने के लिए है। लोगों के आत्मविश्वास को कमजोर करने के लिए है। सियासी घमासान होता रहेगा पहले संकट का समाधान हो जाए।''
राहुल गांधी उतर आए मैदान में, प्रियंका जी आ गईं और अभी रॉबर्ट वाड्रा साहब भी आ गए।अब ये जो तिकड़ी है ये लोगों में कन्फ्यूजन पैदा करने के लिए है। लोगों के आत्मविश्वास को कमजोर करने के लिए है। सियासी घमासान होता रहेगा पहले संकट का समाधान हो जाए: केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी pic.twitter.com/WmqNoAFWBa
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 19, 2020
पिछले हफ्ते एक न्यूज चैनल पर डिबेट के दौरान भी नकवी ने राहुल गांधी, कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा था। राहुल गांधी की ओर से सरकार पर साहुकार की तरह काम करने के लगाए गए आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए नकवी ने कहा कि यह उधार नहीं, गरीबों और किसानों का उद्धार है। राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा 20 लाख करोड़ के पैकेज को जनता के हित में नहीं बताया है।
राहुल गांधी को गरीब मजबूर की भलाई हजम नहीं हो रही है- मुख्तार अब्बास नकवी
राहुल गांधी पर तंज करते हुए नकवी ने कहा था कि कांग्रेस की सियासी राह का जो कंटक है, वह राहुल गांधी की सोच का संकट है। उनको किसान और गरीब मजबूर की भलाई हजम नहीं हो रही है।
मुख्तार अब्बास नकवी ने कथित 'इस्लामोफोबिया' (इस्लाम के खिलाफ नफरत की भावना) को भारत को बदनाम करने का प्रयास करार देते हुए ये भी कहा था कि देश में अल्पसंख्यक फल-फूल रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में अल्पसंख्यक वर्ग के लोग सम्मान के सशक्तीकरण में बराबर के भागीदार हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार में हो रहे समावेशी विकास को 'मोदी फोबिया क्लब' हजम नहीं कर पा रहा है और इसलिए वह 'असहिष्णुता, सांप्रदायिकता और अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव' के आरोपों के जरिए दुष्प्रचार में लगा है।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए नकवी ने कहा था, भारत को बदनाम कर रहे ब्रिगेड में शामिल बहुत से लोग उसी "विरासत के वारिस" हैं जिन्होंने कांग्रेस के समय में भिवंडी से भागलपुर, मलियाना से मालेगांव तक हुए 5 हजार से ज्यादा कत्लेआम पर ना कभी सवाल उठाया ना कभी कहीं शिकायत की, क्योंकि यह सब जिस दौरे हुकूमत में हुआ था उसकी नाल उस ''दरबार के दरबारियों'' से बंधी है।