मध्य प्रदेश: पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे ने दिखाए बगावती तेवर, बागियों को लेकर बीजेपी में बगावत के आसार
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: May 14, 2020 11:16 PM2020-05-14T23:16:39+5:302020-05-14T23:16:39+5:30
मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थकों के भाजपा में शामिल होने के बाद अब संगठन से जुड़े नेताओं में नाराजगी सामने आने लगी है.
मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक विधायकों को भाजपा में शामिल कर सरकार बनाने के बाद अब उपचुनाव से पहले भाजपा में बगावत के आसार नजर आ रहे हैं. बगावत की शुरुआत वैसे तो मंत्री तुलसी सिलावट के विधानसभा क्षेत्र से उठी थी, मगर भाजपा ने यहां पर सिलावट से चुनाव हारे राजेश सोनकर को जिला अध्यक्ष की कमान सौंपकर मनाने का प्रयास किया. इसके बाद अब राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कैलाश जोशी के पुत्र पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने बगावती तेवर दिखाए हैं. जोशी ने साफ संकेत दिया है कि अगर उपचुनाव में उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया गया तो वे नया सियासी ठिकाना तलाश लेंगे.
मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थकों के भाजपा में शामिल होने के बाद अब संगठन से जुड़े नेताओं में नाराजगी सामने आने लगी है. सबसे पहले सांवेर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी के रुप में मंत्री तुलसी सिलावट से चुनाव हारे भाजपा के राजेश सोनकर ने सिलावट का विरोध दर्ज कराया था. सोनकर ने संगठन के सामने विरोध दर्ज कराकर संकेत दिए थे कि अगर उनका राजनीतिक कैरियर समाप्त हुआ तो उन्हें विचार करना होगा. इसके बाद संगठन ने उन्हें इंदौर ग्रामीण जिला अध्यक्ष की कमान सौंपकर शांत करने का प्रयास किया है, मगर मामला अभी शांत होता नजर नहीं आ रहा है. सोनकर उपचुनाव में फिर दावेदारी करेंगे, जिससे भाजपा और तुलसी सिलावट की मुसीबत बढ़ेगी.
सोनकर के बाद अब राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कैलाश जोशी के पुत्र पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने बगावती तेवर दिखाए हैं. जोशी देवास जिले की हाट पिपल्या विधानसभा क्षेत्र से मनोज चौधरी से चुनाव हार गए थे. इसके बाद मनोज चौधरी भी सिंधिया समर्थक विधायकों के साथ कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं. अब उपचुनाव में भाजपा द्वारा चौधरी को प्रत्याशी बनाने की तैयारी की जा रही है. ऐसे में दीपक जोशी की नाराजगी भी सामने आई है. उन्होंने इस बात का विरोध करते हुए बागी होने तक की बात कह दी है.
पार्टी हमारे लिए नहीं सोचेगी तो विकल्प खुले हैं: जोशी
दीपक जोशी ने कहा कि फिलहाल तो पार्टी ने उपचुनाव के लिए प्रत्याशी घोषित नहीं किया है और किसी का नाम भी तय नहीं किया है. अगर पार्टी हमारे बारे में नहीं सोचती है, तो हमारे लिए भी सारे विकल्प खुले हैं. उन्होंने कहा कि मैं तीन बार का विधायक हूं. मेरे पिता की अपनी राजनीतिक हैसियत रही है. उपचुनाव को लेकर जोशी ने कहा कि अगर कोई खिलाड़ी है तो वो मैच खेलेगा, नेशनल नहीं तो रणजी तो खेलेगा ही. अगर एक टीम से नहीं खेलेगा तो दूसरी टीम से खेलेगा. उन्होंने कहा कि अगर कोई आया है तो ग्राउंड पर उतरे देखे कि किसमें कितना तम है.