MP Ki Taja Khabar: कांग्रेस नेता ने की सीएम शिवराज सिंह चौहान की कसाब से तुलना, मुंह पर बांधा काले गमछे का मास्क, जताया विरोध
By राजेंद्र पाराशर | Published: April 13, 2020 09:05 PM2020-04-13T21:05:25+5:302020-04-13T21:05:25+5:30
कांग्रेस नेता सिद्धार्थ तिवारी ने सोशल मीडिया पर इसका विरोध किया. उन्होंने लिखा है कि हमारा विंध्य कोरोना मुक्त था.
भोपाल: विंध्य अंचल के वरिष्ठ कांग्रेस नेता स्वर्गीय सुंदरलाल तिवारी के पुत्र और कांग्रेस नेता सिद्धार्थ तिवारी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तुलना आतंकवादी कसाब से की है. तिवारी ने कहा कि कोरोना के दो संक्रमित मरीजों को रीवा में लाकर भर्ती कराया गया है.
कोरोना मुक्त विंध्य में यह किस साजिश के तहत किया है. उन्होंने अपने मुंह पर काले रंग का गमछा डालकर इसका विरोध किया और आम नागरिकों से भी इसी तरह का विरोध करते हुए अपने फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड करने की बात कही है.
इंदौर जेल में बंद दो कैदियों को सतना जेल में अधिकारियों के निर्देश पर शिफ्ट किया गया था. इन कैदियों में जब कोरोना के लक्षण दिखाए दिए तो उन्हें रीवा अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस बात की जानकारी जब विंध्य के नेताओं को लगी तो उनमें नाराजगी दिखाई देने लगी.
कांग्रेस नेता सिद्धार्थ तिवारी ने सोशल मीडिया पर इसका विरोध किया. उन्होंने लिखा है कि हमारा विंध्य कोरोना मुक्त था. किस साजिश के चलते शिवराज सिंह चौहान ने इस तरह की भद्दी हरकत की है. क्या यह कोरोना का आतंकवाद नहीं है. शिवराज इसमें कसाब की भूमिका निभा रहे हैं.
उन्होंने लिखा है कि देश में कोरोना पाजिटिव लोगों को अलग रखकर संक्रमण रोका जा रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज कोरोना पाजिटिव लोगों को संक्रमण रहित शहर रीवा भेजकर महामारी फैला रहे हैं. उन्होंने लिखा है कि यूं ही नहीं बन गया वो शवराज, मौतों के खेल मे उसे महारथ भी बहुत है. तिवारी ने लिखा कि मैं विंध्य (रीवा) में शिवराज सरकार द्वारा सरकारी खर्चे में भेजे गए कोरोना संक्रमितों का विरोध करता हूं एवं आप सभी से आव्हान करता हूं काला गमछा या मास्क बांध कर शिवराज सरकार के इस फैसले का दलगत भावना से ऊपर उठ कर विंध्य हित में विरोध करे यह हम सबकी जिम्मेदारी हैं.
तिवारी ने लिखा है कि कोरोना के महाभारत में शिवराज रूपी कंस मामा ने अपना असली रंग दिखा दिया हैं, मैं सवा करोड़ विंध्य वासियों से आव्हान करता हूं कि कोरोना संक्रमण का जो उपहार हम विंध्यवासियों को शिवराज सरकार ने दिया हैं उसके विरोध में अपने मुंह में काले रंग का गमछा या मास्क लगा के इसका विरोध करें अपनी फोटो को सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों में आपलोड करें.
शिवराज बना रहे कोरोना से अछूते विंध्य संक्रमित
पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री हमला करते हुए कहा है कि इन कैदियों को विंध्य से बाहर भेजा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि कोरोना बीमारी से नागरिकों को सुरक्षित रखने में असफल मुख्यमंत्री, अब इसका विस्तार कर रहे हैं. जिसके चलते शिवराज ने महामारी से अछूते विन्ध्य को संक्रमित बनाया. सिंह ने रासुका के तहत गिरफ्तार कोरोना संक्रमित मरीजों को सतना जेल भेजने पर कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने मांग की है कि, इन मरीजों को तत्काल विंध्य क्षेत्र के बाहर भेजा जाए. इसके साथ ही उन्होंने ऐसा बेतुका निर्णय करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. इसके अलावा उन्होंने संक्रमित मरीजों की चैन लिंक का तत्काल पता लगाकर कैदियों के संपर्क में आए सभी कर्मचारियों को क्वारंटाइन करने और उनका टेस्ट करने की मांग की है.
सुख-सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया सरकार ने
रीवा संभाग में इंदौर से स्थानांतरित 2 करोना पाजिटिव कैदियों का विरोध तेज हो गया है. इस बीच राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने इस निर्णय को अव्यवहारिक बताते हुए इसे लेकर प्रदेश की शिवराज सरकार पर हमला बोला है. तन्खा ने ट्वीट कर कहा कि रीवा संभाग आज तक करोना के भूत से अछूता था. कैदियों को भेज कर मध्य प्रदेश सरकार ने पूरे संभाग के सुख और सुरक्षा से खिलवाड़ किया. वन मैन शो की सरकार में कोई निर्णय लेने वाला नहीं मध्यप्रदेश सरकार का यह प्रकोप जनता निकल रहा है. तन्खा ने कहा कि रीवा में जनाक्रोश व्याप्त होना स्वाभाविक है. चन्द अफसरों की सरकार में ऐसे ना समझी के निर्णय होते है. अफसर की सोच मात्र प्रशासनिक होती है. अगर रीवा के जनप्रतिनिधि से परामर्श होता तो ऐसा निर्णय कतई नहीं होता. उन्होंने कहा कि आज मध्य प्रदेश में व्यवस्था का प्रश्नचिन्ह उठ खड़ा हुआ है. मेरी भावना रीवा संभाग की जनता के साथ है. अन्याय का प्रतिरोध जरूरी है.