MP Ki Taja Khabar: असंतोष को दबाने जुटी बीजेपी, उपचुनाव के लिए विधानसभा क्षेत्रों के नेताओं से की चर्चा
By शिवअनुराग पटैरया | Published: May 15, 2020 03:28 PM2020-05-15T15:28:44+5:302020-05-15T15:28:44+5:30
मध्य प्रदेश में सिंधिया समर्थक 22 विधायकों द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद रिक्त हुई विधानसभा सीटों पर उपचुनाव को लेकर सक्रियता बढ़ती जा रही है.
मध्य प्रदेश में बीजेपी में उठ रहे असंतोष को दबाने संगठन सक्रिय हो गया है. जिन 24 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उन सीटों के नेताओं से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी.डी.शर्मा और प्रदेश संगठन पदाधिकारी सुहाष भगत ने चर्चा कर उन्हें पार्टी हाईकमान का संदेश दे दिया है. नेताओं से कहा है कि सिंधिया समर्थकों का साथ दें, उन्हें उपचुनाव में प्रत्याशी बनाया जाएगा.
मध्य प्रदेश में सिंधिया समर्थक 22 विधायकों द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद रिक्त हुई विधानसभा सीटों पर उपचुनाव को लेकर सक्रियता बढ़ती जा रही है. इन सीटों पर सिंधिया समर्थक पूर्व विधायकों को ही प्रत्याशी बनाने की रणनीति भाजपा ने तय की है.
इसके चलते देवास जिले की हाटपिपल्या और इंदौर जिले की सांवेर विधानसभा सीटों पर वहां के हारे प्रत्याशियों दीपक जोशी और मनोज सोनकर ने विरोध जताया था. ये दोनों ही प्रमुख दावेदार है, जबकि भाजपा यहां से सिंधिया समर्थक पूर्व विधायकों को मैदान में उतारने का फैसला ले चुकी है.
भाजपा में उभरे असंतोष को देखते हुए पार्टी ने इसे दबाने और नेताओं को समझाइश देने का सिलसिला शुरु कर दिया है. इस सिलसिले के चलते भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वी.डी.शर्मा और प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत ने सभी 24 विधानसभा क्षेत्रों जहां पर उपचुनाव होने है, वहां के नेताओं से संपर्क किया और उन्हें इस बात की जानकारी से अवगत कराया कि पार्टी हाईकमान ने जो तय किया है, वह निर्णय अडिग रहेगा.
सूत्रों की माने तो दोनों ने नेताओं ने भाजपा नेताओं से चर्चा के दौरान स्पष्ट कर दिया है कि जिन 24 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होने हैं, उनमें से 22 विधानसभा क्षेत्रों में सिंधिया समर्थक पूर्व विधायकों को ही पार्टी मैदान में उतारेगी.