अयोध्या भूमिपूजन में आमंत्रित नहीं हैं मोदी सरकार के मंत्री, बीजेपी अध्यक्ष नड्डा को भी न्योता नहीं
By हरीश गुप्ता | Published: August 4, 2020 06:48 AM2020-08-04T06:48:10+5:302020-08-04T06:48:10+5:30
5 अगस्त के समारोह में राष्ट्रीय स्वयं सेवक प्रमुख मोहन भागवत, रामजन्मभूमि के न्यास के प्रमुख नृत्य गोपाल दास, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, यूपी की गवर्नर आनंदीबेन पटेल मंच पर मौजूद रहेंगी.
श्री रामजन्मभूमि न्यास ने भूमिपूजन कार्यक्रम में मोदी सरकार के किसी भी मंत्री को आमंत्रित नहीं किया है. यहां तक की भाजपा अध्यक्ष जे.पी.नड्डा को भी न्यौता नहीं दिया गया है. किसी अन्य पार्टी के नेताओं को भी आमंत्रित नहीं किया गया है. न्यास ने भूमिपूजन को पूर्णत: धार्मिक आयोजन रखने का फैसला किया है. न्यास कभी नहीं चाहता की पक्षपाती रवैया अपनाया जाए, इसलिए उस पार्टी को भी दूर रखने का कठोर निर्णय लिया गया है जो राममंदिर के मुद्दे के कारण आज सत्ता में है. यहां तक की रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी आमंत्रित नहीं किए गए. सिर्फ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ही 5 अगस्त के ऐतिहासिक आयोजन में आमंत्रित हैं.
प्रधानमंत्री भूमिपूजन समारोह के तुरंत बाद अयोध्या में एक रैली को भी संबोधित करेंगे. लोकमत से ये खुलासे विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने किए हैं. वे पूरे समारोह और रामंदिर निर्माण का अभिन्न हिस्सा रहे हैं. उन्होंने एक विशेष बातचीत में बताया कि विभिन्न धर्मो में आस्था रखने वाले, मठों और धर्मगुरुओं को आमंत्रित किया गया है. बौद्ध, जैन और सिक्ख धर्म के गुरुओं को प्रमुखता से आमंत्रित किया गया है. बेशक स्थानीय धर्मगुरु भी आमंत्रित हैं.
उन्होंने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद के कुछ नेता समारोह में पहुंचेंगे. इनमें महासचिव मिलिंद परांडे, बजरंग दल के प्रमुख सुरेंद्र जैन तथा कुछ अन्य नेता शमिल हैं. यह पूछे जाने पर कि आंदोलन में योगदान देने वाले बड़े नेता लालकृष्ण आडवाणी और डॉ मुरली मनोहर जोशी को क्यों नहीं बुलाया जा रहा? उन्होंने कहा कि जहां तक मैं जानता हूं आमंत्रितों की सूची में उनका नाम था, यह उनपर निर्भर करेगा कि वे आएं अथवा नहीं.
बेशक 5 अगस्त के समारोह में राष्ट्रीय स्वयं सेवक प्रमुख मोहन भागवत, रामजन्मभूमि के न्यास के प्रमुख गोपाल दास, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, यूपी की गवर्नर आनंदीबेन पटेल मंच पर मौजूद रहेंगी. सूत्रों का कहना है कि स्वास्थ्य कारणों से यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के कार्यक्रम में आने की संभावना नहीं है.
किसी ने नहीं किया आयोजन का विरोध
आलोक कुमार ने कहा यह बेहद खुशी की बात है कि किसी भी पार्टी यहां तक की मुस्लिम के भी नेता या धर्मगुरू ने राम मंदिर निर्माण का विरोध नहीं किया. यहां तक कि ओवैसी ने भी कार्यक्रम का विरोध नहीं किया बल्कि ये कहा कि प्रधानमंत्री को धार्मिक कार्यक्रम से दूर रहना चाहिए.