मणिपुर में बीजेपी नीत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी कांग्रेस
By भाषा | Published: July 29, 2020 06:31 AM2020-07-29T06:31:05+5:302020-07-29T06:31:05+5:30
कांग्रेस, मणिपुर सरकार पर 2018 के मादक पदार्थ मामले को सीबीआई को सौंपने में नाकाम रहने को लेकर निशाना साध रही है।
इंफाल, 28 जुलाई (भाषा) मणिपुर में कांग्रेस ने भाजपा नीत गठबंधन सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए मंगलवार को एक नोटिस दिया। कांग्रेस विधायक के. मेघचंद्र और टी. लोकेश्वर ने विधानसभा सचिवालय में यह नोटिस सौंपा। मणिपुर कांग्रेस के प्रवक्ता एन बूपेंद मेईतेई ने कहा कि पार्टी को यकीन है कि 10 अगस्त को मानसून सत्र के दौरान विधानसभा अविश्वास प्रस्ताव पर विचार करेगा।
कांग्रेस, मणिपुर सरकार पर 2018 के मादक पदार्थ मामले को सीबीआई को सौंपने में नाकाम रहने को लेकर निशाना साध रही है। मादक पदार्थ एवं संबद्ध मामले (एनएबी) की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक टी बृंदा ने जून 2018 में भारी मात्रा में मादक पदार्थ की एक खेप और पुराने नोट स्वायत्त जिला परिषद (एडीसी) के अध्यक्ष लुखोसई जोउ के आधिकारिक आवास से बरामद किये थे। उन्होंने मणिपुर उच्च न्यायालय में दिए हलफनामे में आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने आरोपी को छोड़ने के लिए उन पर दबाव बनाया था। हालांकि, मुख्यमंत्री ने आरोपों से इनकार किया है।
कांग्रेस ने भाजपा के पक्ष में मतदान करने पर मणिपुर के दो विधायकों को नोटिस जारी किए
मणिपुर प्रदेश कांग्रेस समिति ने राज्य से एकमात्र राज्यसभा सीट के लिए हाल में हुए चुनाव में कथित रूप से भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में मतदान करने के लिए अपने दो विधायकों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। वांगखेई विधायक ओकराम हेनरी सिंह और सगोलबंद विधायक राजकुमार इमो सिंह को शुक्रवार को नोटिस जारी किए गए।
नोटिसों में कहा गया है, ‘‘आपने 19 जून को राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करके भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के फैसले के खिलाफ काम किया और जान-बूझकर इस निर्णय का उल्लंघन किया। इससे हमारे उम्मीदवार को समर्थन देने के हमारी पार्टी के फैसले का ही उल्लंघन नहीं हुआ, बल्कि यह पार्टी सिद्धांतों के लिए भी हानिकारक है।’’
भाजपा उम्मीदवार लीसेम्बा सानाजाओबा ने कांग्रेस उम्मीदवार टी मांगी बाबू को हराकर राज्यसभा चुनाव जीता था। सानाजाओबा को 28 और बाबू को 24 मत मिले थे। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि ओकराम ने भाजपा उम्मीदवार की जीत के बाद आयोजित समारोह में शिरकत की थी। राजकुमार पर पार्टी की अनुमति के बिना 30 जुलाई को चार्टर्ड विमान से मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता एन बीरेन सिंह के साथ नयी दिल्ली जाने का आरोप है। दोनों विधायकों से इस बारे में बात करने के लिए संपर्क नहीं हो सका। कांग्रेस मणिपुर इकाई ने ‘‘पार्टी विरोधी’’ गतिविधियों के लिए दोनों से दो सप्ताह में जवाब देने को कहा है।