मकर संक्रांति पर दही-चूड़ा की सियासत, लालू प्रसाद यादव के आवास पर रहेगी उदासी
By एस पी सिन्हा | Published: January 14, 2019 05:20 AM2019-01-14T05:20:33+5:302019-01-14T05:20:33+5:30
लालू के घर पर रहने के दौरान राबड़ी देवी के आवास पर इसकी धूम देखने को मिलती थी, लेकिन इस बार राबड़ी देवी के आवास पर चूड़ा-दही का भोज नहीं होगा.
मकर संक्रांति को लेकर दही-चूड़ा भोज पर भी बिहार में सियासत परवान चढ़ गया है. वैसे, मकर संक्रांति पर दही-चूड़ा परोसने की परंपरा सियासी दलों के बीच वर्षों से रही है. लेकिन इस चुनावी साल में गहमागहमी कुछ ज्यादा हीं देखने को मिल रही है. हालांकि, इस वर्ष लालू यादव को रांची हाईकोर्ट से बेल नहीं मिल पाने के कारण राजद ने भोज को रद्द कर दिया है. राजद दफ्तर में जहां इस दिन सन्नाटा छाया रहेगा वहीं, महागठबंधन में सहयोगी कांग्रेस और उनके नेताओं की ओर से भोज का आयोजन किया गया है. जबकि एनडीए में भी इसकी भव्य तैयारी की गई है.
बता दें कि लालू के घर पर रहने के दौरान राबड़ी देवी के आवास पर इसकी धूम देखने को मिलती थी, लेकिन इस बार राबड़ी देवी के आवास पर चूड़ा-दही का भोज नहीं होगा. इससे राजद प्रशंसकों में इस बार काफी निराशा है. महागठबंधन में शामिल होकर सरकार बनाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी राबड़ी आवास पर भोज में शामिल हुए थे, जहां लालू यादव ने नीतीश कुमार को दही का टीका लगाया था. लेकिन इस बार सब सुना रहेगा.
पासवान के घर दही-चूड़ा भोज
लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान के घर पर मकर संक्रांति के अवसर पर दही-चूड़ा भोज की तैयारी की गई है. इसमें एनडीए की हवा को और अधिक अनकूल करने के लिए दिल्ली तक के दिग्गजों को न्यौता दे दिया गया है. लोजपा 14 को 11 बजे पार्टी कार्यालय में दही-चूड़ा भोज दे रही है. इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, बिहार के सभी केंद्रीय मंत्री और एनडीए के सभी विधायकों को निमंत्रण दिया गया है.
जदयू ने भी किया दही-चूड़ा का आयोजन
जदयू की तरफ से भी 14 जनवरी को हीं दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया गया है. इसमें करीब 10 हजार लोगों के शामिल होने की संभावना है. यह आयोजन जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के आवास पर होगा. उन्होंने कहा है कि इस भोज पर एनडीए के सभी नेताओं, मंत्रियों और सांसदों को आमंत्रण दिया गया है. भोज में राज्यपाल लालजी टंडन, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी,भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के अलावा सहयोगी दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है.