शिवसेना से तनातनी के बीच गिरिराज सिंह ने की बाल ठाकरे की एक खास तस्वीर ट्वीट, कहा- 'आज शिवसैनिक कराह रहे होंगे'
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 12, 2019 11:17 AM2019-11-12T11:17:26+5:302019-11-12T11:17:26+5:30
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजें 24 अक्टूबर को आए थे लेकिन इसके 18 दिनों बाद भी राज्य में सरकार नहीं बनी है।
महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर जारी गतिरोध के बीच बीजेपी नेता और कैबिनेट मंत्री गिरिराज सिंह ने बाल ठाकरे की एक पुरानी तस्वीर ट्वीट कर शिवसेना के मौजूदा राजनीतिक कदमों पर तंज कसा है। गिरिराज सिंह ने एक तस्वीर के साथ ट्वीट किया, 'बाला साहेब के वर्षों की तपस्या ने सनातनियो को महाराष्ट्र में एक उम्मीद और पहचान दिया...आज हिंदुत्व विरोधियों के साथ जाता देख बाला साहेब और शिवसैनिक कराह रहे होंगे। इतिहास गवाही देगा की कैसे बालासाहेब ने सबको एक किया और कुछ ने सबको बिखेर दिया।'
इस ट्वीट के साथ गिरिराज ने जो तस्वीर साझा की है उसमें बाल ठाकरे, मनोहर जोशी सहित पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी नजर आ रहे हैं।
बाला साहेब के वर्षों की तपस्या ने सनातनियो को महाराष्ट्र में एक उम्मीद और पहचान दिया ..आज हिंदुत्व विरोधियों के साथ जाता देख बाला साहेब और शिवसैनिक कराह रहे होंगे।
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) November 11, 2019
इतिहास गवाही देगा की कैसे बालासाहेब ने सबको एक किया और कुछ ने सबको बिख़ेर दिया ।
गिरिराज का यह ट्वीट महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ जारी गतिरोध के बीच आया है। महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन शिवसेना 50-50 का फॉर्मूला चाहती थी मतलब 2.5 साल शिवसेना का सीएम और 2.5 का सीएम, हालांकि बीजेपी इस पर तैयार नहीं थी। आखिरकार बीजपी और शिवसेना का गठबंधव टूट गया।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजें 24 अक्टूबर को आए थे लेकिन इसके 18 दिनों बाद भी राज्य में सरकार नहीं बनी है। इसी बीच अंदाजा लगाया जा रहा है अब महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस सरकार बना सकती हैं। बहुमत नहीं होने के कारण बीजेपी राज्यपाल से कर चुकी है कि वह सरकार नहीं बना सकती।
सके बाद राज्यपाल ने शिवसेना को न्योता दिया था। हालांकि, सोमवार को समयसीमा खत्म होने तक शिवसेना की ओर से दावा पेश नहीं किये जाने के बाद अब राज्यपाल ने एनसीपी से सरकार बनाने के बारे में पूछा है। शिवसेना दरअसल, सरकार बनाने को लेकर पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए और तीन दिन की मांग कर रही थी लेकिन राज्यपाल ने इसे ठुकरा दिया।