महाराष्ट्रः पवार की पॉवर, शिवसेना चीफ़ उद्धव ठाकरे पहुंचे NCP प्रमुख के घर
By सतीश कुमार सिंह | Published: November 11, 2019 01:34 PM2019-11-11T13:34:27+5:302019-11-11T14:18:33+5:30
मराठा दिग्गज शरद पवार ने चुनाव के दौरान भी भाजपा-शिवसेना गठबंधन से जमकर टक्कर ली थी। अब सरकार बनाने में उनकी भूमिका अहम हो गई है। सहयोगी कांग्रेस ने राज्य में लड़ने से पहले ही हार स्वीकार कर ली थी। पवार ने अपनी पार्टी के साथ कांग्रेस की नैया पार लगा दी।
महाराष्ट्र में एनसीपी प्रमुख शरद गोविंद राव पवार फिर सत्ता के प्रमुख केंद्र बनते जा रहे हैं। 24 अक्टूबर को चुनाव परिणाम आने के बाद से शिवसेना और कांग्रेस नेता लगातार उनसे मिल रहे हैं।
मराठा दिग्गज शरद पवार ने चुनाव के दौरान भी भाजपा-शिवसेना गठबंधन से जमकर टक्कर ली थी। अब सरकार बनाने में उनकी भूमिका अहम हो गई है। सहयोगी कांग्रेस ने राज्य में लड़ने से पहले ही हार स्वीकार कर ली थी। पवार ने अपनी पार्टी के साथ कांग्रेस की नैया पार लगा दी।
पवार के राजनीति करने का अंदाज अलग है, एक बार फिर यह साबित हो गया। पवार ने अपने दम पर भाजपा-शिवसेना की जीत को बड़ा आकार नहीं लेने दिया। अब पवार बिग ब्रदर की भूमिका में आ गए हैं। कांग्रेस और शिवसेना के नेता लगातार उनसे सलाह मशविरा कर रहे हैं।
78 साल के शरद पवार एक ऐसे नेता हैं, जिनकी राजनीति में अहमियत हमेशा बरकरार रही। एनसीपी प्रमुख और राज्यसभा सांसद पवार की शख्सियत ऐसी है कि महाराष्ट्र की राजनीति उनके आसपास ही घूमती है। सत्ता में हों या फिर बाहर पवार के पॉलिटिकल पावर को हर राजनीति पार्टी समझती है।
50 साल के महाराष्ट्र और केंद्र में राजनीति करने वाले पवार की पकड़ हर दल में है। इसे पवार की पावर ही कह सकते है कि मोदी सरकार ने उन्हें पद्म अवार्ड से नवाजा। शिवसेना के सांसद संजय राउत कई दफा एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मिल चुके हैं। अब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी शरद पवार से मिलने उनके आवास पर पहुंच गए हैं। सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते भाजपा ने सरकार बनाने से मना कर दिया है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवसेना को सरकार बनाने के लिए बुलाया है। इस समय महाराष्ट्र में सबकी नजर शरद पवार पर है।
महाराष्ट्र में सरकार गठन पर गतिरोध के बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सोमवार को यहां राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की। सूत्रों ने बताया कि शिवसेना प्रमुख अपने बेटे आदित्य ठाकरे के साथ गए थे। उन्होंने पवार से किसी गुप्त स्थान पर मुलाकात की।
कांग्रेस और राकांपा अपने-अपने पार्टी स्तर पर बातचीत कर रहे हैं कि क्या राज्य में शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार को समर्थन दिया जाए। दोनों पार्टियां पहले ही घोषणा कर चुकी हैं कि जो भी फैसला होगा, वे मिलकर ही लेंगी। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवसेना को सरकार गठन का दावा पेश करने के लिए सोमवार शाम को साढ़े सात बजे बुलाया है।
288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के पास 56 सीटें हैं। कोश्यारी ने शिवसेना को तब आमंत्रित किया जब 105 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी भाजपा ने राज्य में सरकार गठन के लिए दावा पेश न करने का फैसला किया। राज्य में 21 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनाव में शिवसेना ने 56 सीटें, राकांपा ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटें जीतीं।