Maharashtra ki khabar: 120 नए मामले, कुल पॉजिटिव केस 868, मुंबई में 68 संक्रमित, मरने वाले की संख्या 52
By सतीश कुमार सिंह | Published: April 6, 2020 08:19 PM2020-04-06T20:19:14+5:302020-04-06T21:16:39+5:30
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का कार्यालय ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने 4653 राहत शिविरों की स्थापना की है, जो 4,54,142 प्रवासी मजदूरों को आश्रय दे रहे हैं और पूरे राज्य में 5,53,025 प्रवासी मजदूरों और बेघर लोगों को भोजन प्रदान कर रहे हैं।
मुंबईः महाराष्ट्र में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण से और छह लोगों की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि वायरस संक्रमण से राज्य में अभी तक कुल 52 लोगों की मौत हुई है।
उन्होंने बताया कि आज हुई सात मौत में से चार मुंबई में जबकि अन्य तीन नवी मुंबई, ठाणे और वसई में हुई हैं। उन्होंने बताया कि इनमें से ज्यादातर लोगों ने विदेश यात्रा की थी। उन्होंने कहा कि सभी को मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियां भी थीं।
महाराष्ट्र में कोविड-19 के 120 नए मामले आने के साथ ही सोमवार तक प्रदेश में 868 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण से 6 और लोगों की मौत, कुल संख्या 52 तक पहुंच गई है।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘120 लोगों में से 68 व्यक्ति मुंबई शहर के हैं जबकि 41 पुणे के हैं।’’ उन्होंने कहा कि अन्य मामलों में औरंगाबाद से तीन, वसई-विरार, सतारा और अहमदनगर से दो-दो जबकि जालना और नासिक से एक-एक मामले आए हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का कार्यालय ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने 4653 राहत शिविरों की स्थापना की है, जो 4,54,142 प्रवासी मजदूरों को आश्रय दे रहे हैं और पूरे राज्य में 5,53,025 प्रवासी मजदूरों और बेघर लोगों को भोजन प्रदान कर रहे हैं।
120 new COVID19 positive cases and 7 deaths reported in the state today; the total number of positive cases in Maharashtra is 868, 52 deaths: Maharashtra Health Department
— ANI (@ANI) April 6, 2020
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले 1,410 लोगों की गिरफ्तारियां हुई हैं और 7,570 वाहनों को ज़ब्त किया गया है। कुल 65,43,624 रुपये जुर्माना लगाया गया है।अब तक 49,708 लोगों को छोड़ दिया गया है। राज्य भर के 4,532 शिविरों में 4,47,050 प्रवासी मजदूरों को आश्रय दिया गया है।
महाराष्ट्र : कल्याण-डोंबिवली में छह संक्रमित सामने आए
ठाणे, छह अप्रैल (भाषा) महाराष्ट्र स्थित ठाणे जिले के कल्याण डोंबिवली नगर निगम क्षेत्र में कोरोना वायरस संक्रमण के छह नए मामले सामने आने के बाद रोगियों की संख्या 34 तक पहुंच गई है। इनमें मुंबई के जसलोक अस्पताल की एक नर्स भी शामिल है। निगम के अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि छह में से तीन मामले ऐसे लोगों के हैं जो संक्रमितों के संपर्क में आए थे। कुल 34 मामलों में पांच कल्याण पूर्व, सात कल्याण पश्चिम, 16 डोंबिवली पूर्व और छह डोंबिवली पश्चिम से हैं।
Maharashtra Government has currently set up 4653 relief camps sheltering 4,54,142 migrant labourers & providing food to 5,53,025 migrant labourers & homeless people across the state: Office of the Chief Minister of Maharashtra. #COVID19pic.twitter.com/x5p34PgaNc
— ANI (@ANI) April 6, 2020
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में एक महिला और पुरुष नर्स में कोरोना वायरस की पुष्टि
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में स्थित जालना में 65 वर्षीय एक महिला में सोमवार को कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पड़ोसी जिले औरंगाबाद में अग्रिम मोर्चे पर तैनात एक चिकित्सा कर्मी में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद शहर में संक्रमण के मामलों की संख्या सोमवार को बढ़कर 11 हो गई।
जालना जिले के सरकारी सर्जन डॉ मधुकर राठौड़ ने बताया कि 65 वर्षीय महिला सेवानिवृत्त शिक्षिका है और इसका पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि किसके संपर्क में आने के बाद महिला को संक्रमण हुआ था। उन्होंने बताया कि महिला के निवास क्षेत्र को सील कर दिया गया है और उसे संक्रमण मुक्त किया जा रहा है।
49,708 people have been quarantined till now. 4,47,050 migrant labourers have been given shelter in 4,532 camps across the state: Anil Deshmukh, Maharashtra Home Minister. #COVID19https://t.co/heKp7FEOkv
— ANI (@ANI) April 6, 2020
राठौड़ के मुताबिक महिला की बेटी ने हाल ही में नयी दिल्ली की यात्रा की थी। औरंगाबाद में एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कोविड-19 के मरीजों के संपर्क में आने के कारण एक पुरुष नर्स में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। अस्पताल के डीन ने संवाददाताओं को बताया कि यह मामला सामने आने के बाद डॉक्टरों, नर्सों और अन्य कर्मचारियों की जांच की जा रही है।