मध्य प्रदेश: मंत्रिमंडल के विस्तार की अटकलें, दावेदारी के लिए शिवराज दरबार में बढ़ी सक्रियता, कांग्रेस के बागी बना रहे दबाव
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: May 7, 2020 06:43 AM2020-05-07T06:43:56+5:302020-05-07T06:43:56+5:30
मध्य प्रदेश में शिवराज मंत्रिमंडल के विस्तार की अटकलों के साथ ही दावेदारों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात करना शुरू कर दिया है. इस दौरान सभी अपनी दावेदारी कर रहे हैं. खासकर कांग्रेस से बागी होकर भाजपा में शामिल हुए पूर्व मंत्री और विधायक शिवराज के दरबार में पहुंच रहे हैं.
मध्य प्रदेश में बीते एक सप्ताह से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें लगाई जा रही है. अटकलों के तेज होते ही शिवराज सिंह चौहान के निवास पर दावेदारों ने भी सक्रियता बढ़ा दी है. शिवराज समर्थक भाजपा के विधायकों के अलावा कांग्रेस के बागी जिन्होंने हाल ही में भाजपा की सदस्यता ली है, उन्होंने भी शिवराज सिंह के निवास पर पहुंचकर मुलाकात का सिलसिला तेज कर दिया है.
सिंधिया समर्थक पूर्व मंत्री इमरती देवी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंंह चौहान से मुलाकात की. हालांकि इमरती देवी ने मीडिया से चर्चा करते हुए मुलाकात को सौजन्य भेंट बताया. उन्होंने कहा कि हम तो मुख्यमंत्री को उनकी शादी की सालगिरह की बधाई देने गए थे. इमरती देवी के अलावा विंध्य के विधायक केदार शुक्ला भी मुख्यमंत्री से मुलाकात करने पहुंचे. उन्होंने मुलाकात कर अपनी दावेदारी भी की. इसके पूर्व एंदल सिंह कंसाना, निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल भी मुख्यमंत्री से मुलाकात कर चुके हैं.
हम चाहते हैं सिंधिया केन्द्रीय मंत्री बनें
मंत्री गोविंंद सिंह राजपूत भाजपा कार्यालय पहुंचे. उन्होंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी.डी. शर्मा से मुलाकात की. दोनों की बंद कमरे में हुई मुलाकात के बाद जब राजपूत बाहर आए तो उन्होंने बताया कि वे प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात के लिए आए थे. सामान्य मुलाकात थी. उन्होंने कहा कि सिंधिया के नेतृत्व में हम राज्य के सभी 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को जीतेंगे. राजपूत ने कहा कि हम तो यह चाहते हैं कि सिंधिया को जल्द केन्द्रीय मंत्री बनाया जाए.
विस्तार छोड़ कोरोना की लड़ाई लड़ें: शर्मा
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि जब कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए 22 नेताओं के साथ भाजपा के 70 से ज्यादा विधायक मंत्रिमंडल में जगह पाने के लिए भोपाल में डेरा डाले हुए हैं, तो उनके क्षेत्र में कोरोना से लड़ाई कौन लड़ रहा होगा. बेहतर होगा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और भारतीय जनता पार्टी ये घोषणा कर दे कि मंत्रिमंडल का विस्तार लाकडाउन के बाद होगा. अभी कोरोना की लड़ाई लड़ी जाए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए नेता और भाजपा विधायक मंत्री बनने के लिए भोपाल में डेरा डाले हुए हैं, ऐसे में उनके क्षेत्रों में कोरोना के खिलाफ लड़ाई कौन लड़ेगा.