मध्य प्रदेश कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष से लेकर अध्यक्ष तक की तलाश, जानिए कौन-कौन दावेदार

By शिवअनुराग पटैरया | Published: December 23, 2020 08:51 PM2020-12-23T20:51:48+5:302020-12-23T21:18:21+5:30

मालवा निमाड़ से तीन नाम पूर्व मंत्री बाला बच्चन, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और पूर्व मंत्री विजय लक्ष्मी साधौ नेता प्रतिपक्ष की रेस में पहले ही आ चुके हैं.

Madhya Pradesh Legislative Assembly leader of opposition to state president Congress kamalnath | मध्य प्रदेश कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष से लेकर अध्यक्ष तक की तलाश, जानिए कौन-कौन दावेदार

सज्जन सिंह वर्मा भी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ  के करीबी माने जाते हैं. (file photo)

Highlightsदौड़ में पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर का नाम भी सामने आ गया.कुछ विधायकों ने कांग्रेस हाईकमान को चिट्ठी भी लिख डाली है.बाला बच्चन आदिवासी चेहरा हैं और कमलनाथ के करीबी हैं.

भोपालः मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष को लेकर फिर अटकलों का दौर शुरू हो गया है. वहीं अगर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को दिल्ली में कोई संगठनात्मक दायित्व मिलता है तो फिर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के लिए भी कोई नाम तलाशना होगा.

 नेता प्रतिपक्ष के लिए मालवा निमाड़ से तीन नाम पूर्व मंत्री बाला बच्चन, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और पूर्व मंत्री विजय लक्ष्मी साधौ नेता प्रतिपक्ष की रेस में पहले ही आ चुके हैं. उधर चंबल से वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री डा. गोविंद सिंह के नाम को लेकर भी मप्र विधानसभा में खूब कयास लगे. लेकिन अब एक और नाम इस दौड़ में पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर का नाम भी सामने आ गया.

बृजेन्द्र सिंह की दावेदारी को लेकर बुंदेलखंड के स्थानीय नेता और कुछ विधायकों ने कांग्रेस हाईकमान को चिट्ठी भी लिख डाली है. बता दें कि बाला बच्चन आदिवासी चेहरा हैं और कमलनाथ के करीबी हैं. सज्जन सिंह वर्मा भी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ  के करीबी माने जाते हैं.

उधर डा. गोविंद सिंह पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के खासमखास कहे जाते हैं. माना जा रहा है कि नेता प्रतिपक्ष में नया पेच यूथ कांग्रेस अध्यक्ष पद पर आदिवासी चेहरे का चुना जाना भी है. इस वजह से अब नेता प्रतिपक्ष के लिए सवर्ण वर्ग से मांग जोर पकड़ रही है. नेता प्रतिपक्ष की नई रेस!

यह है नेता प्रतिपक्ष के दावेदार

मालवा निमाड़ - पूर्व मंत्री बाला बच्चन
मालवा निमाड़ - पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा
मालवा निमाड़ - पर्ू्व मंत्री विजय लक्ष्मी साधौ
ग्वालियर-चंबल - पूर्व मंत्री डा. गोविंद सिंह
बुंदेलखंड - पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की भी हो सकती है तलाश: जैसे की चर्चा है पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को कांग्रेस की केन्द्रीय राजनीति में कोई दायित्व मिल सकता है, तो फिर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के लिए भी कांग्रेस नेतृत्व को इस पद के लिए ऐसा कोई नाम तलाशना होगा, जो संगठन को सृदृढ करने के साथ ही प्रदेश के सभी गुटों को स्वीकार हो.

लेकिन कांग्रेस की दिक्कत यही है कि कोई भी बड़ा नेता दूसरे को स्वीकार करने को तैयार नहीं है. ऐसे में कांग्रेस को अधिकतम स्वीकार्य नेता को प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपनी होगी. इस पैमाने पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह जैसे नाम आ सकते हैं.

कांग्रेस ट्रैक्टरों पर सवार होकर घेरेगी विधानसभा

कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस ने पार्टी के स्थापना दिवस 28 दिसंबर को ट्रैक्टरों पर सवार होकर विधानसभा का घेराव करने का फैसला किया है. इसके लिए राज्य के विभिन्न जिलों में किसान ट्रैक्टर ट्राली में भोपाल पहुंचेंगे तथा कांग्रेस कार्यालय से पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की अगुआई में किसान विधानसभा की ओर बढ़ेंगे.

इस आंदोलन की तैयारी का जिम्मा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव के साथ पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और जीतू पटवारी को सौंपा है. इस ट्रैक्टर आंदोलन के दौरान किसानों के समर्थन और कृषि कानूनों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया जाएग. कमलनाथ भी ट्रेक्टर पर सवार होकर ही घेराव के लिए आगे विधानसभा जाएंगे.

घेराव की तैयारियों में जुटे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव ने बताया कि केंद्र सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है. तीनों कानून किसानों को तबाह करने वाले हैं. इनमें कोई खराबी नहीं है तो फिर सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य का प्रावधान जोड़ने में क्या समस्या है. केन्द्र सरकार किसानों को व्यापारियों के हाथों की कठपुतली बनाना चाहती है. यही वजह है कि किसान तीनों कानूनों के खिलाफ सड़क पर उतर आए हैं. प्रदेश में भाजपा इन कानूनों को लेकर सम्मेलनों के जरिए दूर किया जाएगा.

कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक मप्र विधानसभा के बजट सत्र में भाग लेने पहुंचेंगे

म.प्र. विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले रोज किसानों के समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ ही सभी कांग्रेस विधायकों के द्वारा विधानसभा जाने के आंदोलन पर मप्र के गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि सोफा कम ट्रैक्टर से विपक्ष के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुरुआत की थी. उसकी पूणार्हुति देने के लिए प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ट्रैक्टर से आ रहे हैं. गौरतलब है कि आगामी 28 दिसंबर को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक मप्र विधानसभा के बजट सत्र में भाग लेने पहुंचेंगे.

मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ कहीं की भी राजनीति करें मध्य प्रदेश की नहीं करेंगे मैंने आपको पहले भी बताया है कि वह चुनाव परिणाम आते ही साप्ताहिक, मासिक, तिमाही और छह माही हो जाएंगे.
मिश्रा ने काश्मीर के चुनाव परिणामों पर कहा कि डीडीसीए के चुनाव परिणाम ने बता दिया है. हमारी पार्टी सबसे बड़ा दल बनकर उभरी है अब देखिए आगे-आगे होता है क्या.  म.प्र. के गृह मंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था नाम की चीज ही नहीं है. वहां अपराधी सरकार चला रहे हैं.

बंगाल में तमाम तरह के माफियाओं का राज है और दुखद है कि मुख्यमंत्री के परिजन इन षड्यंत्रों में शामिल है. डा. मिश्रा ने कहा कि राज्य में मिलावट खोरों के खिलाफ अभियान पर कहा कि किसी की खैर नहीं, कोई कितना भी बड़ा क्यों ना हो मिलावट में कसावट का अभियान जारी रहेगा. आपने कहा कि कोरोना काल में लॉकडाउन सफल कराने में पुलिस का अमूल्य योगदान है, वो वंदनीय हैं. प्रधानमंत्री पुलिस विभाग के प्रशंसा के लिए आभार. अस्पताल में डॉक्टर और सड़कों पर पुलिस मुस्तैदी से काम कर रही थी. हम सब तो घरों के अंदर थे.

Web Title: Madhya Pradesh Legislative Assembly leader of opposition to state president Congress kamalnath

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