Madhya Pradesh Ki Khabar: जल्द हो सकता है मंत्रिमंडल का गठन, गृहमंत्री अमित शाह से मिले ज्योतिरादित्य सिंधिया
By राजेंद्र पाराशर | Published: April 17, 2020 09:13 PM2020-04-17T21:13:41+5:302020-04-17T21:13:41+5:30
राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद से कोरोना संकट के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बिना मंत्रिमंडल के ही कार्य कर रहे थे.
मध्यप्रदेश में शिवराज मंत्रिमंडल का गठन जल्द हो सकता है. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली में केन्द्रीय मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर अपने समर्थकों को मंत्री बनाए जाने को लेकर चर्चा की. इसके बाद यह माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंंह चौहान जल्द ही मंत्रिमंडल का गठन कर सकते हैं.
राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद से कोरोना संकट के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बिना मंत्रिमंडल के ही कार्य कर रहे थे. इसे लेकर कांग्रेस के निशाने पर भी वे आ गए थे. वहीं प्रदेश भाजपा संगठन भी जल्द मंत्रिमंडल गठन को लेकर सक्रियता दिखा रहा था. इन सब बातों को देख अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रिमंडल गठन को लेकर सक्रियता दिखानी शुरु कर दी है. बताया जा रहा है कि वे संगठन पदाधिकारियों, वरिष्ठ विधायकों से भी चर्चा कर चुके हैं.
इस बीच मंत्रिमंडल गठन की तेज हुई कवायद को देखते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों ने भी अपने नेता सिंधिया पर दबाव बनाना शुरु कर दिया था. इसके चलते सिंधिया ने गुरुवार को दिल्ली में केन्द्रीय मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. इस मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच मध्यप्रदेश में होने वाले मंत्रिमंडल गठन को लेकर चर्चा हुई. बताया जा रहा है कि शाह से मुलाकात के दौरान सिंधिया ने अपने समर्थकों को मंत्रिमंडल में शामिल कराने के लिए चर्चा की है.
सूत्रों की माने तो सिंधिया अपने खेमे के छह पूर्व मंत्रियों तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रभुराम चौधरी, इमरती देवी और प्रद्युम्न सिंह तोमर को एक साथ मंत्री बनवाना चाहते हैं, ताकि वे क्षेत्र में चुनाव के लिए जा सकें. साथ ही अन्य नेताओं में भी ऐंदल सिंह कंसाना, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव और बिसाहू लाल सिंह को भी मंत्रिमंडल में शामिल करने की बात हो रही है.
छोटे मंत्रिमंडल की हो चुकी हैं चर्चा
भाजपा की ओर से मंत्रिमंडल को लेकर बात सामने आईं है कि कोरोना के कहर को देखते हुए सरकार द्वारा फिलहाल छोटे मंत्रिमंडल का गठन किया जाएगा. स्थिति साफ होने के बाद तुरंत विस्तार करके सभी बचे हुए लोगों को शामिल कर लिया जाएगा. ऐसी स्थिति में सिंधिया खेमे से एक-दो (सिलावट और राजपूत) को ही मौका मिल सकता है. बता दे संभावित में गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह, विजय शाह और तुलसी सिलावट आदि को शामिल किया जाएगा.