मध्य प्रदेश BJP तीन खेमों में बंटी, महाराज, नाराज और शिवराज, शत्रुघ्न सिन्हा का भाजपा पर तंज
By शिवअनुराग पटैरया | Published: July 7, 2020 02:52 PM2020-07-07T14:52:22+5:302020-07-07T14:52:22+5:30
भोपालःमध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल विस्तार के बाद विभाग वितरण को लेकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के निशाने पर है। कांग्रेस के नेताओं के बाद अब राष्ट्रीय नेता भी इस कलह को लेकर शिवराज सिंह चौहान पर हमला करने लगे है।
वहीं प्रदेश के एक सेवानिवृत्त इंजीनियर ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इच्छा जताई है कि बिना विधायक बने उसे भी मंत्री बना दिया जाए। मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद दो दिन दिल्ली रहकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज वापस भोपाल लौट आए और उन्होंने इस बात के संकेत दिए कि वे आज मंत्रियों के बीच विभागों का वितरण नहीं कर रहे है।
उन्होंने कहा कि आज वे वर्कआउट करेंगे, इसके बाद विभागों का वितरण कर दिया जाएगा। विभाग वितरण को लेकर फंसे पेंच के चलते अब कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान पर हमले भी तेज कर दिए है। कांग्रेस के प्रादेशिक नेता तो इसे लेकर हमलवार थे ही साथ ही अब इस मामले को लेकर कांग्रेस नेता शत्रुध्न सिन्हा ने भी भाजपा और शिवराज सिंह है। सिन्हा ने टवीट कर कहा कि मध्य प्रदेश में भाजपा तीन खेमों में बंट गई है। एक महाराज, दूसरा नाराज और तीसरा शिवराज ।
Are you going to say something about this Sir?👇👇
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) July 7, 2020
😔
मध्य प्रदेश में भाजपा तीन खेमो में बट गयी।
1.महाराज,
2.नाराज ,और
3.शिवराज
🤣
सेवानिवृत्त इंजीनियर ने कहा मुझे भी बनाएं मंत्री
मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार पर मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर राजनेताओं के अलावा अब समाजसेवी और सेवानिवृत्त कर्मचारी भी कटाक्ष करते नजर आ रहे है। ऐसा ही एक मामला प्रदेश के नीमच से सामने आया है।
नीमच में सेवानिवृत्त इलेक्ट्किल इंजीनियर बालचंद्र वर्मा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान को पत्र लिखकर मांग की है कि उन्होंने जिस तरह से 14 पूर्व विधायकों को विधायक न रहते हुए मंत्री बनाया है, ठीक उसी तरह मुझे भी तीन दिनों के अंदर मंत्री बनाया जाए।
वर्मा ने कहा है कि वे बिना वेतन, भत्ता लिए ही जनता की सेवा करते रहेंगे। जनता की सेवा करने के लिए वे मंत्री बनना चाहते है। वर्मा ने कहा कि या तो मुख्यमंत्री मुझे मंत्री बनाएं या फिर जिन 14 लोगों को बिना विधायकी के मंत्री बनाया है,उन्हें मंत्री पद से हटा दिया जाए।