CM के खिलाफ उतरने वाले यादव ने कहा-नर्मदा के नाम पर पाखंड करने वाले शिवराज को चुनौती देने आया हूं
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: November 10, 2018 05:39 AM2018-11-10T05:39:38+5:302018-11-10T05:39:38+5:30
यादव ने कहा है कि वह अपनी जिम्मेदारी को पूरी जान से निभाएंगे और शिवराज को हराएंगे। उन्होंने कहा मैं बलि का बकरा नहीं हूं शिवराज को उनके ही घर में चुनाव हराकर आऊंगा।
मुख्यमंत्री शिवराज के खिलाफ पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव ने बुदनी से नामांकन भर दिया है। इस दौरान उनके साथ कई कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। इस मौके पर यादव ने कहा कि मैं नर्मदा के तट का बेटा हूं। नर्मदा किनारे पला बढ़ा हूं और एक नर्मदा के नाम पर पाखंड करने वाले मुख्यमंत्री को चुनौती देने आया हूं।
यादव ने शुक्रवार को यह बात बुधनी में अपना नामांकर भरने के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए कही। यादव ने कहा कि ना मैं आया हूं, ना मुझे भेजा गया, मुझे तो नर्मदा मैया ने बुलाया है। मुझे मां नर्मदा ने अपनी रेत में हुए अवैध उत्खनन के 1-1 कण व भ्रष्टाचार का हिसाब लेने के लिए बुधनी बुलाया है, मैं शिवराज को घेरने नहीं, पूरे दृढ़विश्वास से उन्हें हराने आया हूं, पूरी पार्टी मेरे साथ चट्टान की तरह खड़ी है। यह लड़ाई किसान के नकली और असली पुत्र के बीच होगी।
यादव ने कहा है कि वह अपनी जिम्मेदारी को पूरी जान से निभाएंगे और शिवराज को हराएंगे। उन्होंने कहा मैं बलि का बकरा नहीं हूं शिवराज को उनके ही घर में चुनाव हराकर आऊंगा। यादव ने मुख्यमंत्री शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा शिवराज के अपने क्षेत्र में सबसे ज्यादा किसान ने आत्महत्या की है। सबसे ज्यादा महिलाओं के साथ बेरुखी बुदनी से ही हुई। पार्टी ने जो जिम्मेदारी दी है उसे भलीभांति निभाएंगे।
उन्होंने कहा शिवराज की नीतियों से असंतुष्ट होकर संजय मसानी कांग्रेस में गए हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के साले संजय मसानी भी उनका प्रचार करेंगे। अब यह दिलचस्प होगा जब साले संजय अपने जीजाजी शिवराज के खिलाफ प्रचार करेंगे।
'हम सीधे-साधे पिछड़े वर्ग के लोग होते हे शिकार'
मुख्यमंत्री शिवराज राजधानी में अरुण यादव के सामने चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा हम सीधे- साधे पिछड़े लोग हैं, कई बार शिकार होते रहते हैं। यादव के साथ 3 महीने में दूसरी बार अन्याय हुआ है। पहले अध्यक्ष पद से हटाकर उनके साथ अन्याय किया और अब कहीं और से चुनाव न लड़ाकर बुधनी से ही टिकट दे दिया। मैं कार्यकर्ताओं से निवेदन करता हूं कि अरुण यादव को बुधनी में यथाउचित सम्मान मिले, उन्होंने कहा अरुण यादव का स्वागत है।