राजस्थान के बाद एमपी में संकटः भाजपा के निशाने पर कांग्रेस एक दर्जन विधायक, बड़े नेता सतर्क
By शिवअनुराग पटैरया | Published: July 18, 2020 07:44 PM2020-07-18T19:44:09+5:302020-07-18T19:44:09+5:30
भाजपा ने कांग्रेस के विधायकों को अपने पाले में लाने के लिए व्यापक रणनीति तैयार की है। भाजपा के निशाने पर कांग्रेस के एक दर्जन विधायकों के आने की खबरों के बाद कांग्रेस ऐसे लोगों की घेराबंदी में जुट गई है।
भोपालः मध्य प्रदेश में कांग्रेस की मुशीबते थमने का नाम नहीं ले रही हैं। कल कांग्रेस विधायक सवित्री कास्डेकर के द्वारा भाजपा की सदस्यता लेने के बाद यह संकेत मिल रहे है कि आने वाले दिनों में कांग्रेस के एक दर्जन के लगभग विधायक दल बदल भाजपा के साथ जा सकते हैं।
भाजपा ने कांग्रेस के विधायकों को अपने पाले में लाने के लिए व्यापक रणनीति तैयार की है। भाजपा के निशाने पर कांग्रेस के एक दर्जन विधायकों के आने की खबरों के बाद कांग्रेस ऐसे लोगों की घेराबंदी में जुट गई है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा के साथ साथ कुछ और नेताओं को भाजपा में जा सकने वाले लोगों को रोकने की जबावदारी दी गई है।
कल भोपाल में कांग्रेस विधायक दल की एक अनौपचारिक बैठक भी रखी गई है
इसके के तहत कल भोपाल में कांग्रेस विधायक दल की एक अनौपचारिक बैठक भी रखी गई है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस विधयाकों को भाजपा में लाने के इस आपरेशन की कमान खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा संभाले हुए हैं।
भाजपा के इस आपरेशन में पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती जहां बुंदेलखंड के कांग्रेस विधायकों के संपर्क हैं, तो केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय के साथ साथ गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी जुटे हुए हैं।
कांग्रेस विधायकों के दल बदल का सिलसिला लगातार चलाया जाए ताकि कांग्रेस के मनोबल तोड़ा जाए
भाजपा की रणनीति है कि प्रदेश में उपचुनाव के होने तक धीरे-धीरे कांग्रेस विधायकों के दल बदल का सिलसिला लगातार चलाया जाए ताकि कांग्रेस के मनोबल तोड़ा जाए। इसी बीच केन्द्रीय पर्यटन राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने आज दमोह में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए विधायकों को संभाल कर रखने की सलाह दी है।
पटेल ने कहा कि कांग्रेस अपने आपसी झगड़ों से निपट नही पा रही है और इसका ठीकरा भाजपा पर फोड़ रही है। उन्होंने कांगे्रस छोड़ भाजपा में शामिल होने वाले विधायकों का स्वागत करते हुए कहा कि जब किसी को अपना राज्यनीतिक भविष्य अंधकार में दिखेगा तो वह विकल्प तलासे गा ही।