गुना में किसान दंपति की पिटाईः एमपी में सियासत तेज, दिग्विजय बोले- मेरी जांच कराएं शिवराज, भाजपा ने कहा-गब्बू और पूर्व सीएम में क्या संबंध
By शिवअनुराग पटैरया | Published: July 17, 2020 04:25 PM2020-07-17T16:25:58+5:302020-07-17T16:25:58+5:30
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष शर्मा के इस बयान पर आज दिग्विजय सिंह ने पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से उनकी जांच कराने की मांग कर डाली और कहा कि जांच वी डी शर्मा को सौंपी जाए। गौरतलब है कि कल प्रदेश भाजपा शर्मा ने कहा कि गुना मामले में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की भूमिका की जांच होनी चाहिए।
भोपालः मध्य प्रदेश के गुना जिले में दलित किसान दंपति के साथ पुलिस मारपीट मामले में आरोप प्रत्यारोप की सियासत तेज हो गई है। मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के द्वारा घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की भूमिका पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग की थी।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष शर्मा के इस बयान पर आज दिग्विजय सिंह ने पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से उनकी जांच कराने की मांग कर डाली और कहा कि जांच वी डी शर्मा को सौंपी जाए। गौरतलब है कि कल प्रदेश भाजपा शर्मा ने कहा कि गुना मामले में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की भूमिका की जांच होनी चाहिए।
शर्मा ने कहा घटना का समजा विशेष से लेना-देना नहीं है। यह अतिक्रमण करने वाले व उसे हटाने गए अमले के बीच का विवाद है। शर्मा ने आरोप लगाया कि कालेज निर्माण के लिए शिक्षा विभाग को जमीन सौंपी गई थी। इस पर गब्बू पारदी ने कब्जा कर रखा था।
गब्बू ने ही उन लोगों को भड़काया,जो उसके संरक्षण में खेती कर रहे थे। उसने महिला को कीटनाशक पीने के लिए उकसाया और जब महिला को अस्पताल ले जाया जा रहा था तो उसके इशारे पर कुछ लोगों ने पुलिस पर हमला किया। शर्मा ने कहा, इस बात की जांच होनी चाहिए कि गब्बू और दिग्विजय सिंह के क्या संबंध है।
प्रदेश सरकार इस घटना की जांच तो करा रही है, लेकिन इस मामले में दिग्विजय सिंह की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए। इस प्रश्न का जवाब खोजा जाना चाहिए कि आखिर किसकी शह पर गब्बू पारदी ने इस जमीन पर कब्जा करने की हिम्मत जुटाई।
शर्मा द्वारा दिग्विजय सिंह पर किए गए इस हमले के बाद दिग्विजय सिंह ने भी ट्वीट कर पलटवार किया। सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि मैं भाजपा अध्यक्ष वी डी शर्मा द्वारा गब्बू पारधी और मेरे संबंधों की जांच की मांग का स्वागत करता हूं। मैं शिवराज सिंह से अनुरोध करता हूं कि इसकी जांच वी डी शर्मा को ही सौंपी जाए। यह भी जांच करें कि शासकीय भूमि पर कब्जा हटाने की कार्रवाई भाजपा के 15 साल के शासनकाल में क्यों नहीं की गयी?