फेथ बिल्डर पर आयकर छापाः कांग्रेस आक्रामक, सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया से नजदीकी का खुलासा, बर्खास्त करने की मांग
By शिवअनुराग पटैरया | Published: August 21, 2020 05:21 PM2020-08-21T17:21:13+5:302020-08-21T17:21:13+5:30
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए बिल्डर को लेकर कई रहस्य उठाए और कहा कि तोमर का नाम व्यापमं घोटाले में सामने आया था, बाद में इन्हें सरकारी गवाह बना लिया गया ?
भोपालः राजधानी के फेथ बिल्डर के यहां आयकर की छापेमारी के बाद कांग्रेस आक्रामक हो गई है. फेथ बिल्डर के मालिक राघवेन्द्र तोमर की राज्य के सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया से नजदीकी का खुलासा होने के बाद कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया को पद से हटाने की मांग की है.
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए बिल्डर को लेकर कई रहस्य उठाए और कहा कि तोमर का नाम व्यापमं घोटाले में सामने आया था, बाद में इन्हें सरकारी गवाह बना लिया गया ?
सलूजा ने कहा कि तोमर की पहुंच सत्ता के शीर्ष पर थी और भाजपा सरकार में वर्तमान में चल रहे ट्रांसफर उद्योग में भी इनकी भूमिका की बातें समय-समय पर सामने आती रही है. कई वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी उनके करीबी रिश्तेदार हैं. उनकी महत्वपूर्ण पोस्टिंग में इनकी भूमिका की बात सामने आती रही हैं.
नरेन्द्र सलूजा ने कहा कि कांग्रेस भाजपा से सवाल पूछती है कि क्या कारण है इतने बड़े आयकर छापों के बाद भाजपा और उसके जिम्मेदार तमाम नेता मौन धारण किए हुए हैं, कुछ बोलने को तैयार नहीं है? मंत्री अरविंद भदौरिया कह रहे हैं कि मैं सिर्फ राघवेन्द्र तोमर को पहचानता हूं, मेरा उनसे कोई रिश्ता नहीं है. जबकि उनके निकट संबंध व रिश्ते के कई प्रमाण मौजूद हैं और वह किसी से छुपे नहीं है.
तोमर से संबंध रखने वाले मंत्रियों की कराएं जांच : सलूजा ने कहा कि कांगे्रस मुख्यमंत्री से मांग करती है तत्काल मंत्री अरविंद भदौरिया को मंत्रिमंडल से बाहर किया जाए और कई और भी मंत्रियों के भ्रष्टाचार की काली कमाई उक्त बिल्डर के वहां निवेश के रूप में लगाई गई है, यह बातें भी सामने आ रही है.
इन सारी बातों की सरकार अपने स्तर पर जांच कराएं और जिन जिन मंत्रियों के निकट रिश्ते उक्त बिल्डर से है, उन सभी मंत्रियों की सरकार अपने स्तर पर जांच कराएं और जांच होने तक उन मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बाहर करें. उन्होंने मांग की कि इस बात की भी सरकार जांच कराएं कि कुछ ही वर्षों में उक्त बिल्डरों ने इतनी संपत्ति कैसे अर्जित की, इनके पास इतनी संपत्ति कहां से आई.