एमपी में 27 सीट पर उपचुनावः टिकट वितरण पर कांग्रेस में हंगामा, स्थानीय स्तर पर असंतोष तेज, पूर्व मंत्री महेन्द्र बौद्ध ने खोला मोर्चा
By शिवअनुराग पटैरया | Published: September 14, 2020 08:16 PM2020-09-14T20:16:39+5:302020-09-14T20:16:39+5:30
भांडेर से टिकट के दावेदार पूर्व मंत्री महेन्द्र बौद्ध ने तो पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के सामने नाराजगी भी जता दी है. कांग्रेस के घोषित 15 प्रत्याशियों में से 4 का विरोध तो सड़क पर दिखाई देने लगा है. इनमें दतिया जिले की भांडेर विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री महेन्द्र बौद्ध का विरोध पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के सामने दिखाई दिया.
भोपालः मध्य प्रदेश में कांग्रेस द्वारा उपचुनाव के लिए 15 प्रत्याशियों की घोषणा के साथ ही प्रत्याशियों को लेकर विरोध भी तेज हो गया है. कई प्रत्याशियों को लेकर स्थानीय स्तर पर असंतोष तेज हाे रहा है.
भांडेर से टिकट के दावेदार पूर्व मंत्री महेन्द्र बौद्ध ने तो पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के सामने नाराजगी भी जता दी है. कांग्रेस के घोषित 15 प्रत्याशियों में से 4 का विरोध तो सड़क पर दिखाई देने लगा है. इनमें दतिया जिले की भांडेर विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री महेन्द्र बौद्ध का विरोध पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के सामने दिखाई दिया.
दिग्विजय सिंह बीते दिनों दतिया दौरे पर थे, इस दौरान बौद्ध और उनके समर्थक नेताओं ने सिंह के सामने टिकट न मिलने पर सामने आ गया. ये नेता यहां से बसपा से आए फूल सिंह बरैया को टिकट दिए जाने को लेकर नाराज नजर आए. हालांकि दिग्विजय सिंह ने नेताओं को आश्वस्त किया कि वे इस मामले में संगठन में बात करेंगे.
दिग्विजय सिंह ने भी माना कि बौद्ध के साथ अन्याय हुआ है. भांडेर के अलावा अंबाह से कांग्रेस प्रत्याशी सत्यप्रकाश सखवार और करेरा के प्रागीलाल जाटव का विरोध सामने आया गया है. यहां पर कांग्रेस के अन्य दावेदारों ने इन प्रत्याशियों का यह कहकर विरोध किया कि ये सभी बसपा से आए नेता हैं, पार्टी ने इन्हें टिकट देकर कांग्रेस कार्यकर्ता की उपेक्षा की है.
इसी तरह नेपानगर से पार्टी ने रामकिशन पटेल को मैदान में उतारा है. पटेल का भी विरोध तेज होने लगा है. रामकिशन पटेल का विरोध नेपानगर सीट से अन्य दावेदार कर रहे हैं. इनका कहना है कि पटेल को दो बार टिकट दिया जा चुका है, वे चुनाव हार चुके हैं. इस लिहाज से इस सीट के अन्य 18 दावेदारों में से किसी को टिकट दिया जाए.
कंगना एक बार मध्य प्रदेश भी आएं, यहां की बेटी को भी न्याय दिलाएं: सज्जन सिंह वर्मा
मध्यप्रदेश की राजनीति में कंगना की भी इंट्री हो गई है. प्रदेश के पूर्व लोक निर्माण मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा ने आज कंगना रनौत को मध्य प्रदेश भी आने का सुझाव दिया वर्मा ने अपने ट्वीट के माध्यम से वीडियो संदेश देकर कंगना रनौत को कहा कि जिस तरह वह अपनी लड़ाई महाराष्ट्र में लड़ रही हैं उसी तरह मध्यप्रदेश की बेटी और पूर्व मंत्री डाक्टर विजय लक्ष्मी साधौ जिनके साथ अन्याय हुआ उनकी लड़ाई भी लड़े.
वर्मा ने कहा कि पूर्व मंत्री का मकान किस क्रूरता के साथ शिवराज सरकार ने खाली कराया है एक छोटे से कर्मचारी द्वारा कर्मचारी उनका हाथ पकड़ कर बाहर निकाल देते हैं और सामान भी बाहर पटक देते हैं. शायद यह बात कंगना आपने नहीं देखी होगी, इस पर आपका ध्यान नहीं गया होगा.
वर्मा ने कहा कि साधौ 6 बार की विधायक हैं, तीन बार कैबिनेट मंत्री रह चुकी है, एक बार देश की सांसद भी रह चुकी है फिर भी उन्हें अपने घर से निकाला गया बिना कोई नया बंगला अलाट किए जबकि भाजपा के कई नेता जो विधायक भी नहीं है वह मंत्रियों के बड़े-बड़े बंगलों में रह रहे हैं सारी सुविधाएं उन्हें दी जा रही है और हमारी बहन विजयलक्ष्मी इतनी सीनियर नेता है लेकिन उन्हें कोई बंगला अलाट नहीं किया गया मैं कंगना से अनुरोध करूंगा कि वह महाराष्ट्र के राज्यपाल से मिलने के बाद मध्यप्रदेश के राज्यपाल से भी मिले और विजयलक्ष्मी साधौ को न्याय दिलाएं.