मध्य प्रदेश के 28 विधानसभा सीट पर उपचुनावः तीन नवंबर को मतदान, 10 को रिजल्ट, भाजपा-कांग्रेस और बसपा में मुकाबला
By शिवअनुराग पटैरया | Published: September 29, 2020 05:47 PM2020-09-29T17:47:03+5:302020-09-29T17:47:03+5:30
मध्य प्रदेश के 28 विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव को भी शामिल भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा की गई घोषणा के साथ ही मध्य प्रदेश के उपचुनाव वाले क्षेत्रों में आदर्श आचरण संहिता प्रभावशील हो गई है.
भोपालः मध्य प्रदेश के 28 विधानसभा क्षेत्रों के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने उपचुनाव कराने की तिथि का ऐलान कर दिया है राज्य के 28 विधानसभा क्षेत्रों में उपचनुाव के लिए 3 नवंबर को मतदान होगा. उपचुनाव के नतीजे 10 नबंवर को आएंगे.
भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा देश भर के 56 विधानसभा क्षेत्रों और 1 लोक सभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव कराए जाने की घोषणा में मध्य प्रदेश के 28 विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव को भी शामिल भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा की गई घोषणा के साथ ही मध्य प्रदेश के उपचुनाव वाले क्षेत्रों में आदर्श आचरण संहिता प्रभावशील हो गई है.
घोषणा के अनुसार उपचुनाव के लिए 9 अक्टूबर को अधिसूचना घोषित की जाएगी. 16 अक्टूबर से नामांकन दाखिल किए जाएंगे. 16 अक्टूबर की आखरी तिथि होगी. 17 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी. 19 अक्टूबर तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे. 3 नबंवर को मतदान होगा और 10 नबंवर को मतगणना की जाएगी. आयोग के अनुसार 12 नबंवर तक उपचुनाव की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.
जिन क्षेत्रों में होना है उपचुनाव: जोरा, सुमावली, मुरैना, दिमनी, अंबाह, मेहगांव, गोहद, ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व, डबरा, भांडेर, करेरा, पोहरी, बमोरी, अशोकनगर, मुंगावली, सुरखी, मलहरा, अनूपपुर, सांची, ब्यावरा, आगर, हाटपिपल्या, मंधाता, नेपानगर, बदनावर, सांवेर, सुवासरा.
आमने-सामने का मुकाबला: मध्य प्रदेश के सभी 28 विधानसभा उपचुनाव में अधिकांश क्षेत्रों भाजपा और कांग्रेस के बीच आमने-सामने का मुकाबला होगा. चंबल के 16 विधानसभा क्षेत्रों में जरुर कई स्थानों पर बसपा त्रिकोणिय मुकाबला खड़ा कर सकती है. बसपा ने अब तक 8 विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है.
कांग्रेस अब तक 24 विधानसभा क्षेत्रों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है इनमें से कई प्रत्याशी भाजपा से कांग्रेस में आए हैं. भाजपा ने खबर लिखे जानेतक अपना कोई प्रत्याशी घोषित नहीं किया है. लेकिन माना जा रहा है कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए 25 पूर्व कांग्रेस विधायकों को टिकट देगी. इनमें से 14 तो अभी भी बिना विधायक बने शिवराज मंत्री मंडल में शरीक हैं.
कांग्रेस और भाजपा दोनों ही अब चुनाव अभियान का पहला चरण पूरा कर चुके हैं. भाजपा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया एक जोड़ी के तौर पर प्रचार कर रहे हैं, तो कांग्रेस में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अकेले मोर्चा संभाले हुए हैं. इस तरह उपचुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही मध्य प्रदेश में चुनावी मोर्चे और मैदान जम गए हैं.
मप्र उपचुनाव घोषणा: कमलनाथ ने कहा, जनता एक चुनी हुई सरकार को गिराने वालों को कड़ा जवाब देगी
निर्वाचन आयोग द्वारा मध्यप्रदेश की 28 सीटों पर तीन नवंबर को उपचुनाव कराने की घोषणा का प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने स्वागत करते हुए मंगलवार को कहा कि उपचुनाव में प्रदेश की जनता लोकतंत्र की हत्या कर एक चुनी हुई सरकार गिराने वालों को कड़ा जवाब देगी.
कमलनाथ ने इस बारे में हिन्दी में ट्वीट किया, ‘‘चुनाव आयोग द्वारा मध्यप्रदेश की 28 सीटों पर तीन नवंबर को उपचुनाव की घोषणा का स्वागत. कांग्रेस इन उपचुनावों को लेकर पूरी तरह से तैयार है. हमने अभी तक 24 प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिये है, शेष नाम भी हम शीघ्र घोषित करेंगे.’’
उन्होंने अपने अगले ट्वीट में कहा, ‘‘कांग्रेस का परचम इन सीटों पर निश्चित लहरायेगा और हम भाजपा को इन सीटों पर परास्त करेंगे। यह उप चुनाव जनादेश का अपमान , संवैधानिक मूल्यों व लोकतंत्र की हत्या करने वालों को कड़े जवाब के रूप में होगा.’’ कमलनाथ ने कहा, ‘‘ मध्य प्रदेश की जनता एक लोकप्रिय , चुनी हुई , विकास की सोच वाली सरकार का सौदा कर गिराने वालों को इन चुनावों में कड़ा जवाब देगी.’’