Madhya Pradesh ki khabar: बंगले खाली कराने का लेकर राजनीति तेज, सिंधिया समर्थक पूर्व मंत्रियों को नोटिस नहीं
By शिवअनुराग पटैरया | Published: May 20, 2020 07:34 PM2020-05-20T19:34:23+5:302020-05-20T19:34:23+5:30
सिंधिया समर्थक पूर्व मंत्रियों को शिवराज सरकार ने बंगला खाली करने का नोटिस नहीं दिया है. प्रदेश में शिवराज सरकार बनने के लिए कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे मंत्रियों को बंगला खाली करने के नोटिस दिए गए थे, मगर मंत्रियों ने बंगले खाली नहीं किए.
भोपालः मध्य प्रदेश में सरकार बदलते ही बंगले खाली कराने का लेकर राजनीति गर्मा गई है. शिवराज सरकार ने कमलनाथ सरकार के मंत्रियों को बंगला खाली कराने के नोटिस दिए थे.
इसके तहत आज बुधवार को वित्त मंत्री तरुण भनोत का बंगला संपदा संचालनालय के अधिकारियों ने खाली करा लिया. सिंधिया समर्थक पूर्व मंत्रियों को शिवराज सरकार ने बंगला खाली करने का नोटिस नहीं दिया है. प्रदेश में शिवराज सरकार बनने के लिए कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे मंत्रियों को बंगला खाली करने के नोटिस दिए गए थे, मगर मंत्रियों ने बंगले खाली नहीं किए.
दो बार नोटिस देने के बाद संपदा संचालनालय ने बेदखली की कार्रवाई शुरू कर दी है. इस कार्रवाई के तहत आज पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोत के बंगले पर संपदा संचालनालय का महकमा पहुंचा और बंगला खाली करा लिया गया. इस दौरान भनोत बंगले पर नहीं थे. वे लाकडाउन के चलते जबलपुर में हैं. भनोत ने सरकार की इस कार्रवाई को बदले की भावना से की गई कार्रवाई बताया है.
गौरतलब है कि गृह विभाग ने बेदखली का नोटिस पूर्व मंत्री तरुण भानोत के अलावा सज्जन सिंह वर्मा, हुकुम सिंह कराड़ा, बृजेंद्र सिंह राठौर, ओमकार सिंह मरकाम, प्रियव्रत सिंह, सुखदेव पांसे, उमंग सिंगार, पीसी शर्मा, कमलेश्वर पटेल, लखन घनघोरिया, सचिन यादव और सुरेंद्र बघेल को जारी किया है