मंथन से अमृत ही निकलता है, विष तो शिव पी जाते हैं, मंत्रिमंडल विस्तार पर बोले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 1, 2020 02:46 PM2020-07-01T14:46:51+5:302020-07-01T14:46:51+5:30
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर हो रहे कई दिन से हो रहे मंथन पर पूछे गये एक सवाल के जवाब में चौहान ने यहां मीडिया से कहा, ''मंथन से अमृत ही निकलता है। विष तो शिव पी जाते हैं. आज महामहिम राज्यपाल (आनंदीबेन पटेल) शपथ ग्रहण करेंगी. बृहस्पतिवार को मंत्रिमंडल शपथ ले लेगा.''
भोपालः शिवराज मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित विस्तार कल यानी 2 जुलाई को होने जा रहा है. विस्तार में 25 से 28 मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कहा कि वह अगले दिन बृहस्पतिवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे.
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर हो रहे कई दिन से हो रहे मंथन पर पूछे गये एक सवाल के जवाब में चौहान ने यहां मीडिया से कहा, ''मंथन से अमृत ही निकलता है। विष तो शिव पी जाते हैं. आज महामहिम राज्यपाल (आनंदीबेन पटेल) शपथ ग्रहण करेंगी. बृहस्पतिवार को मंत्रिमंडल शपथ ले लेगा.''
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को 28 जून को मध्य प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को 28 जून को मध्य प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. आधिकारिक जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश अजय कुमार मित्तल यहां आयोजित एक सादे समारोह में बुधवार शाम साढ़े चार बजे आनंदीबेन को राज्यपाल के पद की शपथ दिलाएंगे.
मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन बीमार हैं और लखनऊ में एक निजी अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है. उनकी अनुपस्थिति के दौरान आनंदीबेन को मध्यप्रदेश के राज्यपाल के कार्यों का निर्वहन करने के लिए नियुक्त किया गया है.
राज्य में अभी मुख्यमंत्री के अलावा पांच मंत्री हैं
राज्य में अभी मुख्यमंत्री के अलावा पांच मंत्री हैं. जो संवैधानिक व्यवस्था है उसके मुताबिक राज्य मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री को मिलाकर अधिकतम 35 सदस्य हो सकते हैं. इस तरह मंत्रिमंंडल में अधिकतम 29 नए लोगों को शामिल किया जा सकता है.
जानकार सूत्रों के अनुसार विस्तार में सिंधिया समर्थक 9-10 लोगों को शामिल किया जा सकता है. जिनमें सिंधिया समर्थक पूर्व मंत्री इमरती देवी, पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, पूर्व मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, पूर्व मंत्री डा. प्रभुराम चौधरी, पूर्व विधायक राज्यवर्धन सिंह, पूर्व विधायक रणबीर जाटव के साथ ही सिंधिया के साथ ही कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में आए पूर्व विधायक एंदल सिंह कंसाना, पूर्व विधायक हरदीप सिंह डंग, और पूर्व विधायक बिसाहूलाल सिंह के नाम भी तय है. वैसे यह तीनों लोग सिंधिया समर्थक नहीं हैं.