लालू प्रसाद ने बिहार की जनता को दिया धन्यवाद, प्रवासी श्रमिकों से कहा- चिंता करने की नहीं जरूरत है
By भाषा | Published: June 13, 2020 05:22 AM2020-06-13T05:22:22+5:302020-06-13T05:22:22+5:30
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने अपने ट्विटर हैंडल पर कहा, ‘‘ मैं आपकी खुशी के लिए प्रार्थना करता हूं। जन्मदिन पर आपने जो प्रेम और आशीर्वाद दिया है, मैं उसके लिए आभारी हूं।’’
पटना: जेल की सजा काट रहे राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अपने जन्मदिवस पर पांच लाख से ज्यादा लोगों को खाना खिलाने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं का शुक्रवार को शुक्रिया अदा किया और प्रवासी श्रमिकों से कहा कि वे चिंता न करें, वह उनके साथ हैं। लालू चारा घोटाला मामलों में सजा काट रहे हैं और वे अभी स्वास्थ्य संबंधी कारणों से राजेंद्र चिकित्सा विज्ञान संस्थान, रांची में भर्ती है। उन्होंने कहा कि वह पिछड़ों और दलितों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ना जारी रखेंगे।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने ट्विटर हैंडल पर कहा, ‘‘ मैं आपकी खुशी के लिए प्रार्थना करता हूं। जन्मदिन पर आपने जो प्रेम और आशीर्वाद दिया है, मैं उसके लिए आभारी हूं।’’ उनका ट्विटर हैंडल उनके सहयोगियों द्वारा संचलित किया जाता है। उन्होंने ट्वीट के साथ-साथ बिहार की जनता के नाम दो पन्नों का आभार पत्र भी साझा किया।
उन्होंने कहा कि उन्हें हर शुभकामना से अन्याय के खिलाफ लड़ाई करने का बल मिलता है। राजद ने 11 जून को प्रसाद के 73वें जन्मदिन पर ‘गरीब सम्मेलन दिवस’ मनाया ताकि कोविड-19 महामारी और लॉकडाउन के दौरान प्रवासी श्रमिकों को हो रही परेशानियों पर ध्यान केंद्रित हो सके। राजद ने कुछ इलाकों में इसके लिए भोज का आयोजन किया।
वहीं, झारखंड में कार्यकर्ताओं ने ‘लालू लंगर’ का आयोजन किया। पार्टी की झारखंड इकाई के महासचिव आशुतोष रंजन ने रांची में बताया कि पिछले 71 दिनों से गरीबों को खाना खिलाने के बाद राजद नेता के जन्मदिन पर ‘लालू लंगर’ का समापन किया गया।
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री के जन्मदिन पर पटना में कुछ पोस्टर उनके विरूद्ध नजर आए, जिस पर ‘लालू परिवार का संपत्तिनामा’ लिखा था। पोस्टर में ’73 वें जन्मदिन पर 73 संपत्ति सीरीज’ के साथ आरोप लगाया था कि प्रसाद परिवार ने अपनी राजनीतिक शक्ति का इस्तेमाल करते हुए कथित तौर पर इन सभी पर कब्जा किया।
हालांकि राजद की चिर प्रतिद्वंद्वी पार्टी जदयू ने दावा किया है कि उनका इन पोस्टरों से कोई लेना-देना नहीं है। जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि हो सकता है कि ये पोस्टर उन लोगों के द्वारा लगाए गए हों, ‘जो लालू-राबड़ी के 15 साल के शासन में पीडि़त रहे हों।’’
राजद अध्यक्ष लालू ने प्रवासी श्रमिकों के दर्द को लेकर जदयू नीत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, ‘‘ जब मैं प्रवासी श्रमिकों के दर्द के बारे में सुनता हूं, तो मैं उनके कंधे पर हाथ रखकर कहना चाहता हूं, ‘काहे फिक्र करता है, हम है न साथ में'।’’ राजद प्रमुख ने बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता और अपने छोटे बेटे तेजस्वी यादव की भी तारीफ की।