पीएम मोदी बोले-सीएम ममता ने जनता की दीदी होने के बजाय भतीजे की बुआ बनना पसंद किया...
By भाषा | Published: March 7, 2021 06:06 PM2021-03-07T18:06:18+5:302021-03-07T18:08:27+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कोलकाता में कहा कि हमारा लक्ष्य पश्चिम बंगाल में सिर्फ सत्ता का परिवर्तन करना ही नहीं है। हम बंगाल की राजनीति को विकास केंद्रित करना चाहते हैं। इसलिए हम असोल पोरिवर्तन’ की बात कर रहे हैं।
कोलकाताः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कोलकाता में एक रैली के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा और आरोप लगाया कि बंगाल ने वाम शासन के बाद परिवर्तन लाने के लिए बनर्जी पर भरोसा जताया था कि लेकिन उन्होंने राज्य के लोगों को ‘धोखा’ दिया और उनका अपमान किया।
मोदी ने ममता पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने जनता की ''दीदी'' बनने के बजाय अपने ''भतीजे'' की ''बुआ'' बनना पसंद किया। ब्रिगेड परेड मैदान में भाजपा की विशाल रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री अपने उन विरोधियों पर भी बरसे, जो उन पर कुछ खास उद्योगपति मित्रों का पक्ष लेने का आरोप लगाते हैं।
मोदी ने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख पर हमला करते हुए कहा, '' आपने बंगाल के उन लोगों को धोखा दिया और अपमान किया, जिन्होंने भरोसा किया था कि वाम शासन के बाद आप परिवर्तन लाएंगी। आपने उनकी उम्मीद और सपनों को चकनाचूर कर दिया।'' उन्होंने आरोप लगाया कि बनर्जी ने लोगों को नजरअंदाज कर, भाई-भतीजावाद को बढ़ावा दिया, जोकि उन्हें प्यार से ''दीदी'' कहते हैं।
भाजपा ममता बनर्जी पर आरोप लगाती रही है कि वह डायमंड हार्बर से सांसद और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी को अगला मुख्यमंत्री बनाने के प्रयास में जुटी हैं। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और बनर्जी जैसे प्रतिद्वंद्वी नेताओं पर पलटवार करते हुए मोदी ने कहा कि वह मित्रता का मूल्य समझते हैं। कई विरोधी नेता मोदी पर कुछ खास उद्योगपति मित्रों का पक्ष लेने का आरोप लगाते रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, '' भारत के सभी 130 करोड़ लोग मेरे मित्र हैं, मैं उनके लिए कार्य करता हूं। मैंने बंगाल के अपने मित्रों को 90 लाख गैस कनेक्शन प्रदान किए। मेरा चाय से विशेष लगाव है और बंगाल के चाय श्रमिक मेरे मित्र हैं , जिनके लिए मैंने सामाजिक सुरक्षा योजना लागू की है।'' मोदी कई बार इस बात का उल्लेख कर चुके हैं कि बचपन के दिनों में वह रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में चाय बेचा करते थे।