प्रशांत किशोर ने प्रियंका गांधी के जन्मदिन पर ट्वीट कर सीएए पर उनके फैसले के लिए दिया धन्यवाद, कहा-"बिहार में नहीं लागू होगा CAA-NRC"
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 12, 2020 12:52 PM2020-01-12T12:52:57+5:302020-01-12T13:19:40+5:30
किशोर ने संसद में पारित संशोधित नागरिकता कानून का भी कड़ा विरोध किया था। किशोर पर पलटवार करते हुए सुशील मोदी ने सोमवार को कुछ ट्वीट कर कहा था कि विधानसभा चुनाव ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जायेगा।’’
आज कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का जन्मदिन है। आज रविवार सुबह प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर प्रियंका गांधी व राहुल गांधी को सीएए व एनआरसी को सिरे से खारिज करने के लिए धन्यवाद दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं कि बिहार में सीएए व एनआरसी लागू नहीं होगा। प्रशांत किशोर ने अपने ट्वीट नें प्रियंका व राहुल को भी टैग किया है।
I join my voice with all to thank #Congress leadership for their formal and unequivocal rejection of #CAA_NRC. Both @rahulgandhi & @priyankagandhi deserves special thanks for their efforts on this count.
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) January 12, 2020
Also would like to reassure to all - बिहार में CAA-NRC लागू नहीं होगा।
बता दें कि पिछले दिनों जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने भाजपा नेता एवं उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। मुख्यमंत्री ने यहां पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘सब ठीक है।’’
किशोर ने अगले वर्ष प्रस्तावित बिहार विधानसभा चुनाव में जद (यू) को अधिक संख्या में सीटें दिये जाने संबंधी बयान दिया था, जिसके बाद राजग साझेदारों के बीच तनातनी हो गई। भाजपा के दिवंगत नेता नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम के मौके पर कुमार ने यह बयान दिया।
जद (यू) और भाजपा के कई मंत्री और नेता इस कार्यक्रम में शामिल हुए। रविवार को उस समय विवाद पैदा हो गया था, जब किशोर ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के एक वर्ग को दिये साक्षात्कार में कहा कि उनकी पार्टी को अगले वर्ष प्रस्तावित बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा की तुलना में अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए।
किशोर ने संसद में पारित संशोधित नागरिकता कानून का भी कड़ा विरोध किया था। किशोर पर पलटवार करते हुए सुशील मोदी ने सोमवार को कुछ ट्वीट कर कहा था कि विधानसभा चुनाव ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जायेगा।’’
उन्होंने हालांकि ‘‘किसी विचाराधारा के तहत नहीं, बल्कि चुनावी डेटा जुटाने और नारे गढ़ने वाला व्यवसाय चलाते हुए राजनीति में आये लोगों द्वारा गठबंधन धर्म का उल्लंघन’’ करने पर नाराजगी जताई। जाहिर तौर पर उनका इशारा प्रशांत किशोर की ओर था।