कर्नाटक में एक राज्यसभा सीट के लिए सियासी घमासान जारी, बीजेपी कर रही है ये दावा
By नितिन अग्रवाल | Published: June 6, 2020 07:09 AM2020-06-06T07:09:59+5:302020-06-06T07:09:59+5:30
कर्नाटक में राज्यसभा की चार सीटों के लिए 19 जून को चुनाव होने हैं। इसके लिए 9 जून तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे। राज्य में 223 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के पास 117 विधायक हैं। कांग्रेस के 68 विधायक हैं।
नई दिल्ली: राज्यसभा चुनाव में कर्नाटक की एक अतिरिक्त सीट जीतने की फिराक में लगी भाजपा अगले एक-दो दिन में अपने पत्ते खोल सकती है. भाजपा के पास केवल दो और कांग्रेस के पास एक सीट जीतने लायक बहुमत है. ऐसे में चौथी सीट को लेकर सियासी घमासान जारी है. कांग्रेस एक और सीट के लिए जद (एस) को साध रही है. कई भाजपा नेता राज्यसभा पहुंचने के लिए जोर लगा रहे हैं. जिन नेताओं को प्रबल दावेदार माना जा रहा है उनमें मौजूदा राज्यसभा सदस्य प्रभाकर कोरे और उमेश कट्टी का नाम लिया जा रहा है.
प्रभाकर कोरे दोबारा राज्यसभा जाने के मूड में नहीं हैं
कोरे दोबारा राज्यसभा पहुंचने के मूड में हैं वहीं 8 बार विधायक रहे कट्टी, येदियुरप्पा मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने के बाद राज्यसभा टिकट के लिए जोर लगा रहे हैं. इसके अलावा दिवंगत नेता अनंत कुमार की पत्नी तेजस्विनी, सामाजिक कार्यकर्ता सुधा मूर्ति और प्रभारी महासचिव मुरलीधर राव के नाम के नाम की भी चर्चा है.
उधर कुछ विधायकों द्वारा मुलाकात करने के कांंग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के दावे के बाद भाजपा खासी सतर्क हो गई है. राज्यसभा की चार राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव 19 जून को मतदान होगा. जिसके लिए 9 जून तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे. राज्यसभा चुनाव का गणित राज्य की 223 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 117 विधायक हैं. उसके दो उम्मीदवारों आसानी से राज्यसभा पहुंच जाएंगे.
भाजपा का दावा- उसके पास 27 अतिरिक्त वोट
भाजपा का कहना है कि उसके पास 27 अतिरिक्त वोट हैं. ऐसे में तीसरी सीट जीतने के लिए उसे 18 अतिरिक्त वोट की जरूरत होगी. 68 सीटों वाली कांग्रेस राज्यसभा की एक सीट जीत सकती है ऐसे में जद (एस) के 34 विधायक इस चौथी सीट पर उसके लिए निर्णायक हो सकते हैं. भाजपा चौथी सीट जीतने के लिए कांग्रेस या जद (एस) के विधायक खेमे में सेंधमारी कर सकती है या फिर उनके विधायक क्रॉस वोटिंग करें.
कर्नाटक से राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार घोषित हुए मल्लिकार्जुन खड़गे
कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को कर्नाटक से राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है. पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक द्वारा शुक्रवार को जारी बयान के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी से पूर्व केंद्रीय मंत्री खड़गे की उम्मीदवारी को मंजूरी दी। खड़गे पिछली लोकसभा में कांग्रेस के सदन में नेता थे. वह 2019 में लोकसभा चुनाव हार गए थे. कांग्रेस के दो मौजूदा राज्यसभा सदस्यों एमवी राजीव गौड़ा और बीके हरिप्रसाद का कार्यकाल 25 जून को पूरा हो रहा है.
इसके साथ ही भाजपा के प्रभाकर कोरे और जनता दल (सेक्युलर) के कुपेंद्र रेड्डी का कार्यकाल भी पूरा हो रहा है। इस चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तिथि नौ जून है।
कर्नाटक में कांग्रेस की विभिन्न सरकारों में मंत्री रह चुके 77 वर्षीय खड़गे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं विधानसभा नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं. उनके पुत्र प्रियंक खड़गे वर्तमान में विधायक हैं। खड़गे ने राज्यसभा चुनाव के लिये उन्हें उम्मीदवार बनाये जाने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा प्रदेश के पार्टी नेताओं का शुक्रिया अदा किया.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं उनकी (नेतृत्व की) उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा...राज्यसभा में काम करने का यह अच्छा अवसर है.’’ लंबे समय तक प्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित होते रहने के बाद पहली बार राज्यसभा सदस्य बनने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘47 वर्षों से मैंने लोगों के द्वारा प्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित प्रतिनिधि के रूप में काम किया, लेकिन इस बार केंद्र एवं प्रदेश भाजपा नेताओं की विशेष कोशिशों के चलते मुझे (2019 के लोकसभा चुनाव में) शिकस्त का सामना करना पड़ा. यह अध्याय अब बंद हो चुका है. अब राज्यसभा एक नया अध्याय है.’