कमलनाथ ने अयोध्या में राम मंदिर का किया स्वागत, तो ओवैसी ने वीडियो साझा कर कहा- ज़ालिम! दिल की बात जुबां पर आ ही गई
By अनुराग आनंद | Published: July 31, 2020 08:32 PM2020-07-31T20:32:52+5:302020-07-31T20:32:52+5:30
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मेरा सुझाव है कि कमलनाथ जी भारत के प्रत्येक कांग्रेस कार्यालय से आपको अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए रेत दान करने के लिए कहना चाहिए।
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट से फैसला आने के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण की शुरुआत 5 अगस्त 2020 से होनी है। इस कार्यक्रम में देश के पीएम नरेंद्र मोदी व आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी शामिल होंगे।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने एक वीडियो साझा कहा कि मैं अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का स्वागत करता हूं। देशवासियों को इसकी बहुत दिनों से अपेक्षा और आकांक्षा थी। राम मंदिर का निर्माण हर भारतवासी की सहमति से हो रहा है, ये सिर्फ़ भारत में ही संभव है।
इसके बाद ही AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कमलनाथ के वीडियो को साझा करते हुए कहा कि ज़ालिम! दिल की बात जुबां पर आ ही गई। उन्होंने कहा कि आपको यहां नहीं रुकना चाहिए। मेरा सुझाव है कि कमलनाथ जी भारत के प्रत्येक कांग्रेस कार्यालय से आपको अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए रेत दान करने के लिए कहना चाहिए।
ज़ालिम! दिल की बात जुबां पर आ ही गई.
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) July 31, 2020
You shouldn't stop here. My suggestion is that every Congress office in India should donate sand for the construction of Mandir in Ayodhya https://t.co/MZDGc7TtrR
राम मंदिर को लेकर कांग्रेस पर भी असदुद्दीन ओवैसी ने साधा निशाना-
राम मंदिर को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा बाबरी मस्जिद को गिराने में कांग्रेस भी संघ (RSS) और बीजेपी के साथ मिली हुई थी। कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि रामजन्मभूमि आंदोलन में कांग्रेस पार्टी गुपचुप तरीके से राष्ट्रीय स्वंय संघ (RSS) के साथ थी।
बुधवार (29 जुलाई) को किए अपने ट्वीट में असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा, हमें उन्हें (कांग्रेस) क्रेडिट (श्रेय) देना चाहिए...जो इसके असली हकदार हैं। आखिरकार राजीव गांधी ने ही तो बाबरी मस्जिद के ताले फिर से खुलवाए थे। बतौर प्रधानमंत्री पीवीएन राव (नरसिम्हा राव) ने अपनी देखरेख में इसे गिरवाया था। मस्जिद ध्वस्त करने के आंदोलन में कांग्रेस अंदर ही अंदर संघ परिवार से मिली हुई थी।'
'संविधान की मूल पांडुलिपि में श्री राम का चित्र मौजूद', पत्रकार के इस ट्वीट पर असदुद्दीन ओवैसी-
अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन 5 अगस्त को होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर के भूमि पूजन समारोह में शिरकत करेंगे। नरेंद्र मोदी का बतौर देश के पीएम अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन में जाने वाली बात पर AIMIM पार्टी के प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आपत्ति जताई है।
असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि देश के प्रधानमंत्री का कोई भी धर्म नहीं होता है। इसी बात को लेकर एक वरिष्ठ पत्रकार ने ट्वीट कर कहा कि संविधान की मूल पांडुलिपि में श्री राम का चित्र मौजूद। तो पीएम मोदी के अयोध्या जाने में क्या दिक्कत है। जिसका असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर जवाब दिया है।
NDTV के वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश शर्मा ने ट्वीट किया, ''अयोध्या में श्री राम मंदिर के लिए पीएम नरेंद्र मोदी का भूमि पूजन करना संविधान की शपथ का उल्लंघन होगा:असदुद्दीन ओवैसी। इसी संविधान की मूल पांडुलिपि में नंदलाल बोस का बनाया श्री राम का यह चित्र मौजूद है जिसमें लंका विजय के बाद वे लक्ष्मण और सीता के साथ अयोध्या वापस आ रहे हैं।''
अखिलेश शर्मा ने अपने इस ट्वीट में असदुद्दीन ओवैसी को टैग भी किया था। इस ट्वीट पर असदुद्दीन ओवैसी ने जवाब दिया, 'उसी (संविधान) प्रति में टीपू सुल्तान, गांधी जी, अकबर, छत्रपति शिवाजी, गुरु गोबिंद सिंह और अन्य के चित्र भी हैं।