जीतन राम मांझी ने कहा-महागठबंधन में रहना है या नहीं इसका फैसला लालू यादव से मिलने के बाद ही लूंगा
By एस पी सिन्हा | Published: February 22, 2019 06:13 PM2019-02-22T18:13:54+5:302019-02-22T18:13:54+5:30
महागठबंधन के बुरे दिनों में हम ने साथ दिया है. सीट शेयरिंग को लेकर 23 फरवरी को लालू यादव से मिलने जाऊंगा. आज मांझी ने महागठबन्धन से अलग होने के सवाल पर कहा कि कुछ लोग हमारे बारे में गलत प्रचार कर रहे हैं और हमारा महागठबन्धन से अलग होने का कोई सवाल ही नहीं उठता है.
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने इशारा किया है कि वह महागठबंधन में बने रहने या फिर निकलने का फैसला राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मुलाकात के बाद ही लेंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें राजद और कांग्रेस को छोड़कर अन्य घटक दलों से ज्यादा सीटें चाहिए.
उल्लेखनीय है कि इसके पहले उन्होंने कहा था कि महागठबंधन में कांग्रेस से ज्यादा सीटें चाहिए. ऐसा नहीं हुआ तो अकेले 20 लोकसभा पर 'हम' चुनाव लड़ेंगे. लेकिन अब उन्होंने अचानक पलटी मार दी है. अब जीतन राम मांझी का सीधा इशारा उपेन्द्र कुशवाहा और मुकेश साहनी की ओर है और उन्होंने कहा कि हम को सम्मानजनक सीटें मिलनी चाहिए.
महागठबंधन के बुरे दिनों में हम ने साथ दिया है. सीट शेयरिंग को लेकर 23 फरवरी को लालू यादव से मिलने जाऊंगा. आज मांझी ने महागठबन्धन से अलग होने के सवाल पर कहा कि कुछ लोग हमारे बारे में गलत प्रचार कर रहे हैं और हमारा महागठबन्धन से अलग होने का कोई सवाल ही नहीं उठता है.
जीतन राम मांझी ने संवाददाताओं से कहा कि, नरेन्द्र भाई मोदी ने जिस आधार पर वोट मांगा और हम उनके साथ गए. वैसा कुछ नहीं हुआ. पिछड़ों को कोई लाभ नहीं मिला. इसलिए मैं वहां से आया हूं. अब जाने का कोई सवाल ही नहीं है. मांझी ने कहा कि जो लोग यह प्रचार कर रहे हैं कि मांझी खेमे को केवल एक सीट ही मिलेगी, यह सरासर गलत बात है. हमारा जनाधार बडा है. जोकीहाट, अररिया, जहानाबाद की जीत में हमारा बड़ा योगदान रहा है.
उन्होंने कहा कि हमें सम्मानजनक सीटें मिलनी चाहिए. अगर बाकी सहयोगियों को 4 सीटें मिलती हैं तो हमारी पार्टी को 5 सीटें मिले तब ही सही मायने में हमारा सम्मान होगा. लालू यादव से मिलने के बाद फिर भी बात ना बनी तो 25 फरवरी के बाद पार्टी की एक अहम बैठक बुलाकर आगे की रणनीति बनाएगी.
यहां बता दें कि बिहार में हाल में ही महागठबंधन का हिस्सा बनने के बाद मांझी की नाराजगी की खबरें सामने आ रही हैं. ऐसा माना जा रहा है कि मांझी सीट शेयरिंग के फार्मूले से नाराज हैं और वो दोबारा एनडीए में जाने की भी सोच रहे हैं.