झारखंड विधानसभा चुनाव: एक बजे तक 46.50 प्रतिशत मतदान, 23 को मतगणना
By भाषा | Published: December 20, 2019 01:09 PM2019-12-20T13:09:21+5:302019-12-20T14:08:33+5:30
झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनय कुमार चौबे ने यहां बताया कि सभी स्थानों पर मतदान की प्रक्रिया शांतिपूर्वक जारी है और 11 बजे तक 29.19 प्रतिशत मतदान हुआ। अंतिम चरण के मतदान में 40,05,287 मतदाता 236 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।
झारखंड विधानसभा चुनाव के पांचवे और अंतिम चरण में झामुमो का गढ़ माने जाने वाले संथाल क्षेत्र की 16 विधानसभा सीटों के लिए कड़ाके की ठंड़ के बीच शुक्रवार अपराह्न एक बजे तक 49.01 प्रतिशत मतदान हुआ।
झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनय कुमार चौबे के अनुसार अपराह्न एक बजे तक 49.01 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। सभी स्थानों पर भारी मतदान की खबर है। सभी सीटों पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी जा रही हैं जिनमें महिलाएं बड़ी संख्या में शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि दोपहर एक बजे तक राजमहल विधानसभा सीट पर 47.68 प्रतिशत, बोरियो सीट पर 48.23, बरहेट सीट पर 49.72 प्रतिशत, लिट्टीपाड़ा सीट पर 52.97 प्रतिशत, पाकुड़ पर रिकार्ड 58.38, महेशपुर पर 59.38, शिकारीपाडा पर 53.18, नाला पर 53.54, जामताड़ा पर 51.86, दुमका पर 42.09, जामा पर 46.98, जरमुंडी पर 45.47 प्रतिशत, सारठ पर 51.36, पोडैयाहाट पर 36.01, गोड्डा पर 45.75 और महगामा सीट पर 44.06 प्रतिशत मतदान की खबर है। अंतिम चरण के मतदान में 236 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 40,05,287 मतदाता करेंगे।
इन 16 सीटों में से सात सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित हैं और वर्ष 2014 के विधानसभा चुनावों में इन 16 सीटों में से छह झामुमो ने और पांच भाजपा ने जीती थीं। विधानसभा सीटों के लिए शांतिपूर्ण ढंग से सुबह सात बजे मतदान प्रारंभ हुआ और तड़के ही बड़ी संख्या में मतदाता मतदान केन्द्रों पर पहुंच गये थे। अनेक इलाकों में नक्सलियों का गहरा प्रभाव होने के बावजूद सुबह से ही मतदाओं की लंबी कतारें लगे होने की सूचना है।
उन्होंने बताया कि इन सभी सीटों के लिए कुल 5389 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिनमें शहरी क्षेत्र में 269 और ग्रामीण क्षेत्र में 5120 मतदान केन्द्र हैं। मतदान सुबह सात बजे प्रारंभ हुआ और नक्सलवाद प्रभावित बोरियो, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, महेशपुर और शिकारीपाड़ा में यह तीन बजे तक चलेगा। जबकि अन्य 11 सीटों पर शाम पांच बजे तक मतदान होगा। अभी पहले छह घंटे में ही आधे मतदाताओं के मतदान कर देने से उम्मीद की जा रही है कि अंतिम चरण में मतदान का प्रतिशत सत्तर से अधिक होगा।
Jharkhand: Visuals from a polling booths in Pakur, ahead of voting for Assembly elections. Voting on 16 constituencies in the state for the fifth phase of elections will be held today. #JharkhandAssemblyPollspic.twitter.com/M80GFuYEFJ
— ANI (@ANI) December 20, 2019
कुल 28 मतदान केन्द्रों के कर्मियों को हेलीकाप्टरों से पहुंचाया गया है। कुल 84 दूरदराज के इलाकों में सैटेलाइट फोन की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने बताया कि पांचवे चरण में जिन 16 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं वह छह जिलों में स्थित हैं। इनमें साहेबगंज जिले में राजमहल, बोरियो और बरहेट, पाकुड़ जिले में लिट्टीपाड़ा, पाकुड़ तथा महेशपुर, जामताड़ा जिले में नाला और जामताड़ा, दुमका जिले में शिकारीपाड़ा, दुमका, जामा और जरमुंडी, देवघर जिले में सारठ और गोड्डा जिले में पोडैयाहाट, गोड्डा और महगामा विधानसभा सीटें शामिल हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि दिव्यांग मतदाताओं की मतदान में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं। दिव्यांग मतदाताओं की सहूलियत के लिए मतदान केंद्रों में 2065 व्हील चेयर और 7505 वॉलेंटियर्स की तैनाती की गई है। इसके अलावा उन्हें घर से मतदान केंद्र तक लाने-ले जाने के लिए 2766 वाहनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पांचवे चरण के चुनाव में 236 प्रत्याशी अपनी चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं जिनमें 207 पुरुष और 29 महिला प्रत्याशी शामिल हैं।
जरमुंडी सीट से सबसे ज्यादा 26 और पोड़ैयाहाट सीट के लिए सबसे कम 7 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा राजमहल से 23, बोरियो से 12, बरहेट से 12, लिट्टीपाड़ा से 11, पाकुड़ से 11, महेशपुर से 12, शिकारीपाड़ा से 13, नाला से 16, जामताड़ा से 13, दुमका से 13, जामा से 15, सारठ से 21, गोड्डा से 14 और महगामा से 17 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि पांचवे चरण के चुनाव को लेकर 1347 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि आचार संहिता लागू होने के बाद से चुनाव में गड़बड़ियों अथवा आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर अबतक पूरे राज्य में 132 प्राथमिकी दर्ज कराई जा चुकी है। इसके अलावा आचार संहिता के उल्लंघन की 2045 शिकायतें सी-विजिल पर आ चुकी हैं। इनमें से 222 मामले सही पाए गए और 2 को छोड़कर शेष शिकायतों का निष्पादन कर दिया गया है। इस आखिरी चरण में पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन, राज्य के कई मंत्रियों और झारखंड विकास मोर्चा के प्रदीप यादव के भाग्य का फैसला आज वोटिंग मशीनों में बंद हो जायेगा।
सोरेन बरहेट और दुमका दोनों सीटों से चुनाव मैदान में हैं। इस चरण के लिए जहां भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रचार की कमान संभाली वहीं विपक्ष की ओर से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी और झामुमो के नेता शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन ने प्रचार किया। दूसरी ओर झारखंड विकास मोर्चा के लिए पार्टी के नेता बाबूलाल मरांडी ने ही मोर्चा संभाले रखा।
उनकी पार्टी राज्य की सभी 81 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। हेमंत सोरेन ने इसी चरण के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन 18 दिसंबर को प्रियंका गांधी के साथ आयोजित एक संयुक्त रैली में पाकुड़ में एक विवादित बयान दिया था। इस मुद्दे पर भाजपा ने चुनाव आयोग में भी शिकायत की जिसकी जांच की जा रही है। हेमंत ने भी कल आनन फानन में मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ दुमका में अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम के तहत पुलिस में मामला दर्ज कराया जिससे दोनों पार्टियों और नेताओं में तल्खी बहुत बढ़ गयी है।