बीजेपी-जेडीयू साथ मिलकर लड़ेगे 2019 लोकसभा चुनाव, नीतीश तय करेंगे आगे का रुख
By भाषा | Published: July 8, 2018 05:51 PM2018-07-08T17:51:32+5:302018-07-08T17:51:32+5:30
रविवार को जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कुछ अहम फैसले लिए गए। राजनीतिक मुद्दों पर जदयू का रूख तय करने के लिए नीतीश अधिकृत
नई दिल्ली, आठ जुलाईः बिहार में भाजपा की सहयोगी जदयू ने आज अपने अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों सहित विभिन्न राजनीतिक मुद्दों पर पार्टी का रुख तय करने के लिए अधिकृत किया। अपनी बैठक में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने एक साथ चुनाव कराए जाने के प्रस्ताव का भी समर्थन किया। मोदी सरकार इस प्रस्ताव का जोरदार समर्थन कर रही है। पार्टी की इस बैठक में नीतीश कुमार सहित वरिष्ठ नेता शामिल हुए। इसके अलावा आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में जेडीयू और बीजेपी साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। हालांकि सीटों के बंटवारे को लेकर कोई फार्मूला तय नहीं किया जा सका।
जेडीयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक की अन्य प्रमुख बातेंः-
- कार्यकारिणी ने नागरिकता संशोधन विधेयक का पार्टी द्वारा विरोध करने को भी दोहराया। इस विधेयक में अफगानिस्तान , बांग्लादेश या पाकिस्तान से आए हिंदुओं , सिखों , बौद्धों , जैनों , पारसी और ईसाइयों को छः वर्षों के प्रवास के बाद भारतीय नागरिकता के लिए योग्य होने का प्रावधान किया गया है। पार्टी ने कहा कि नागरिकता के लिए धर्म आधार नहीं हो सकता है।
- पार्टी नेताओं ने 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए राजग के घटक दलों के बीच सीटों के आवंटन को लेकर भाजपा के साथ तनावपूर्ण संबंध होने की खबरों को तवज्जो नहीं देने का प्रयास किया और कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन एक साथ चुनाव लड़ेगा और भारी सफलता हासिल करेगा।
- जदयू महासचिव संजय कुमार झा ने संवाददाताओं से कहा कि यह फैसला बाद में किया जाएगा कि कौन पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। राजग एक साथ चुनाव लड़ेगा और पूरे राज्य में भारी जीत हासिल करेगा।
- पार्टी नेताओं ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सीटों की संख्या के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुयी और अंतिम रूख तय करने के लिए नीतीश कुमार को अधिकृत किया गया।
- जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा है कि कोई संशय नहीं होना चाहिए कि कौन सा जेडी (यू) असली है। केवल एक ही जेडीयू है जिसके मुखिया नीतीश कुमार हैं।