श्रीनगर के मेयर अजीम मट्टू को पद से हटाया, नेकां ने चार पार्षदों को निकाला, कुल 70 में से 42 वोट प्रस्ताव के पक्ष में पड़े
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 16, 2020 07:53 PM2020-06-16T19:53:21+5:302020-06-16T19:53:21+5:30
श्रीनगर नगर निगम के महापौर जुनैद अजीम मट्टू को पद से हटा दिया गया। पार्षदों ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित कर हटा दिया। इस बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपने 4 पार्षदों को पार्टी से निष्कासित कर दिया।
श्रीनगरः श्रीनगर नगर निगम (एसएमसी) के महापौर जुनैद अजीम मट्टू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद मंगलवार को उन्हें पद से हटा दिया गया।
पीपुल्स कांफ्रेंस के नेता मट्टू को दो साल पहले श्रीनगर नगर निगम (एसएमसी) का महापौर चुना गया था। तब से ही उनके चुनाव को लेकर विवाद चल रहा था। मट्टू ने खुद को पद से हटाये जाने की जानकारी ट्विटर पर दी। उन्होंने ट्वीट किया, ''एसएमसी में मेरे और जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कांफ्रेंस के खिलाफ प्रस्ताव पारित हो गया है। कुल 70 में से 42 वोट प्रस्ताव के पक्ष में पड़े।
भाजपा, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कुछ निर्दलीय पार्षदों ने जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कांफ्रेंस के खिलाफ वोट दिया जबकि कांग्रेस ने अपने 28 पार्षदों को व्हिप जारी कर मतदान में हिस्सा नहीं लेने के लिये कहा था। उन्होंने कहा, ''मैं निगम के फैसले का सम्मान करता हूं।'' मट्टू के खिलाफ पहले भी अविश्वास प्रस्ताव पेश किए गए, लेकिन वे पारित नहीं हो सके थे। उन्होंने दावा किया कि नेशनल कांफ्रेंस और भाजपा ने हाथ मिला लिया है।
मट्टू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान करने पर नेकां ने चार पार्षदों को निकाला
श्रीनगर के महापौर जुनैद अजीम मट्टू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान करने के कारण नेशनल कांफ्रेंस ने मंगलवार को चार पार्षदों को पार्टी से निष्कासित कर दिया। इस मतदान के कारण मट्टू को महापौर का पद गंवाना पड़ा।
नेशनल कांफ्रेंस के प्रवक्ता इमरान नबी डार ने बयान जारी कर बताया, 'गुलाम नबी सूफी, दानिश भट, नीलोफर और माजिद शुल्लू को पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। पार्टी ने व्हिप जारी कर पार्षदों को मतदान से अनपस्थित रहने के लिये कहा था।' प्रवक्ता ने कहा, 'इन नेताओं को व्हिप का उल्लंघन करने के कारण पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ने बर्खास्त कर दिया गया है।' अतीत में अविश्वास प्रस्ताव में विजयी रहे मट्टू ने ट्विटर पर अपनी हार की घोषणा की । मट्टू ने कहा कि मैं निगम के फैसले का सम्मान करता हूं।
पीडीपी की एक पार्षद भाजपा में शामिल
पीडीपी की एक पार्षद भाजपा में शामिल हो गयीं और उन्होंने पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के साथ ही नयी ऊर्जा से लोगों की सेवा के लिए काम करने का संकल्प लिया। अधिवक्ता जसमीत कौर का जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना और पूर्व मंत्री प्रिया सेठी तथा महासचिव (संगठन) अशोक कौल सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उनका स्वागत किया।
जसमीत कौर पीडीपी महिला प्रकोष्ठ की उपाध्यक्ष भी थीं। रैना ने पुरानी पार्टी छोड़ने के फैसले के लिए पूर्व पीडीपी नेता की सराहना की और आरोप लगाया कि उस पार्टी ने लोगों के "भरोसे को तोड़ा’’ है। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि ऐसी पार्टियां कभी भी आम जनता की सेवा करने का इरादा नहीं रखतीं, बल्कि वे सत्ता की राजनीति करती हैं और वे केवल एक परिवार के हितों की रक्षा करती हैं। उन्होने आरोप लगाया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी जैसी पार्टियों ने हर मौके पर जनता का शोषण किया है और अब उन्हें उनका वास्तविक स्थान दिखाने की बारी लोगों की है।