श्रीनगर पहुंचे जम्मू-कश्मीर के भावी एलजी मनोज सिन्हा, कल होगा शपथ ग्रहण, इस्तीफा दे दिया था मुर्मू
By भाषा | Published: August 6, 2020 08:24 PM2020-08-06T20:24:32+5:302020-08-06T20:52:15+5:30
पूर्व रेलवे राज्यमंत्री सिन्हा (61) गिरीश चंद्र मुर्मू का स्थान लेंगे जिन्होंने बुधवार देर रात पद से इस्तीफा दे दिया था मुर्मू, जम्मू कश्मीर संघ शासित राज्य के पहले उप राज्यपाल थे और उनका कार्यकाल नौ महीने से कुछ अधिक समय का रहा।
श्रीनगरः जम्मू कश्मीर के भावी उप राज्यपाल मनोज सिन्हा बृहस्पतिवार को यहां पहुंचे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव बी वी आर सुब्रमण्यम और पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने हवाई अड्डे पर सिन्हा का स्वागत किया।
अधिकारियों ने कहा कि हवाई अड्डे से सिन्हा सीधे राज भवन गए। उन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर के दूसरे उप राज्यपाल के रूप में सिन्हा शुक्रवार को शपथ ले सकते हैं। पूर्व रेलवे राज्यमंत्री सिन्हा (61) गिरीश चंद्र मुर्मू का स्थान लेंगे जिन्होंने बुधवार देर रात पद से इस्तीफा दे दिया था मुर्मू, जम्मू कश्मीर संघ शासित राज्य के पहले उप राज्यपाल थे और उनका कार्यकाल नौ महीने से कुछ अधिक समय का रहा। मुर्मू देश के अगले नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक होंगे।
Jammu & Kashmir: Manoj Sinha arrives at Srinagar Airport. He has been appointed Lt Governor of the Union Territory. pic.twitter.com/vtl4r6agY0
— ANI (@ANI) August 6, 2020
जम्मू-कश्मीर के नए उपराज्यपाल नियुक्त किए गए मनोज सिन्हा
पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं उत्तर प्रदेश से भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोज सिन्हा को बृहस्पतिवार को जम्मू-कश्मीर का नया उपराज्यपाल नियुक्त किया गया। वह पहले राजनेता हैं, जिन्हें इस केन्द्र शासित प्रदेश का उप राज्यपाल नियुक्त किया गया है। सिन्हा पूर्व आईएएस अधिकारी गिरीश चंद्र मुर्मू का स्थान लेंगे।
राष्ट्रपति सचिवालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया है कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के पद से गिरीश चंद्र मुर्मू का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। विज्ञप्ति में राष्ट्रपति के प्रेस सचिव अजय कुमार ने बताया कि राष्ट्रपति ने मनोज सिन्हा को जम्मू-कश्मीर का उपराज्यपाल नियुक्त किया है। पदभार संभालने के दिन से यह नियक्ति प्रभावी होगी।
सिन्हा का जन्म एक जुलाई 1959 को पूर्वी उत्तर प्रदेश में गाजीपुर जिले के मोहनपुर में हुआ था
सिन्हा का जन्म एक जुलाई 1959 को पूर्वी उत्तर प्रदेश में गाजीपुर जिले के मोहनपुर में हुआ था। वह पूर्वी उत्तर प्रदेश के पिछड़े गांवों के विकास के लिए सक्रिय रूप से काम करते रहे हैं। ‘विकास पुरुष’ के नाम से विख्यात सिन्हा का राजनीतिक करियर 1982 में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्र संघ का अध्यक्ष चुने जाने के साथ शुरू हुआ।
वह 1989 से 1996 तक भाजपा की राष्ट्रीय परिषद के सदस्य रहे। सिन्हा तीन बार लोकसभा सदस्य रहे हैं। वह 1996 में पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए और उन्होंने 1999 में दोबारा जीत हासिल की। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने तीसरी बार जीत दर्ज की।
इसी साल भाजपा ने केंद्र की सत्ता में वापसी की। सिन्हा ने 2016 में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के तौर पर संचार मंत्रालय संभाला। इस दौरान संचार उद्योग स्पेक्ट्रम की बिक्री में जुटा था। वह पहले राजनेता हैं, जिन्हें केन्द्र शासित प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
सत्य पाल मलिक को केन्द्र ने (पूर्ववर्ती राज्य) जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल नियुक्त किया था
विशेष राज्य का दर्जा समाप्त कर जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बांटे जाने से पूर्व राजनेता सत्य पाल मलिक को केन्द्र ने (पूर्ववर्ती राज्य) जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल नियुक्त किया था। इस पहले, 1985 बैच के आईएएस अधिकारी मुर्मू ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
मुर्मू का इस्तीफा ऐसे दिन आया है, जब (पूर्ववर्ती राज्य) जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त किए जाने का एक वर्ष पूरा हुआ है। गुजरात कैडर के 60 वर्षीय पूर्व आईएएस अधिकारी ने पिछले साल 29 अक्टूबर को इस केन्द्र शासित प्रदेश के प्रथम उपराज्यपाल के रूप में कार्यभार संभाला था।
मुर्मू के इस्तीफे के कारणों पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। उल्लेखनीय है कि जब नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब मुर्मू ने उनके प्रधान सचिव के रूप में सेवाएं दी थीं। उच्च पद पर काबिज एक सूत्र ने बताया कि मुर्मू को केन्द्र में कोई नया पद दिया जा सकता है।
मुर्मू और जम्मू कश्मीर के अंतिम राज्यपाल के इस्तीफे में ‘अजीब संयोग’ : उमर अब्दुल्ला
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने बृहस्पतिवार को कहा कि जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू तथा पूर्ववर्ती राज्य के अंतिम राज्यपाल के इस्तीफे में ‘‘अजीब संयोग’’ है। दोनों को राजभवन से तब हटाया गया जब उन्हें इसकी बिलकुल भी उम्मीद नहीं थी।
मुर्मू ने बुधवार की रात जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल पद से अचानक इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता मनोज सिन्हा को बृहस्पतिवार को केंद्रशासित प्रदेश का नया उपराज्यपाल नियुक्त कर दिया गया। सिन्हा जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल बनने वाले पहले राजनीतिक व्यक्ति हैं।
अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ‘‘अजीब संयोग है कि दोनों-जम्मू कश्मीर राज्य के अंतिम राज्यपाल और जम्मू कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश के पहले उपराज्यपाल को तब हटाया गया जब उन्हें इसकी बिलकुल भी उम्मीद नहीं थी। जब उन्हें सामान पैक करने और अनौपचारिक ढंग से रवाना होने का ऑर्डर मिला तो उस समय उनकी कई बैठकें निर्धारित थीं।’’
उन्होंने कहा कि केंद्र की वर्तमान सरकार उम्मीदों के विपरीत कोई भी आश्चर्यजनक कदम उठा सकती है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘बीती रात, एक या दो नाम थे जिनकी लोग चर्चा कर रहे थे और यह नाम उनमें नहीं था। आप हमेशा इस सरकार पर यह विश्वास कर सकते हो कि यह पूर्व में ‘सूत्रों’ द्वारा गढ़े गए नाम के विपरीत अप्रत्याशित ढंग से कोई भी नाम उछाल सकती है।’’
पूर्व में, केंद्र ने राजनीतिक व्यक्ति सत्यपाल मलिक को पिछले साल जम्मू कश्मीर को दो केंद्रशासित प्रदेशों-जम्मू कश्मीर और लद्दाख में विभाजित करने से पहले इस पूर्ववर्ती राज्य का राज्यपाल नियुक्त किया था।