यदि स्वामी विवेकानंद का भी सम्मान नहीं कर सकते तो उन्हें निर्दोष नहीं मानना चाहिए, हो कठोर कार्रवाई: दिनेश शर्मा
By भाषा | Published: November 22, 2019 07:27 PM2019-11-22T19:27:42+5:302019-11-22T19:27:42+5:30
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि भारत में रहने वाले लोग यदि स्वामी विवेकानंद का भी सम्मान नहीं कर सकते तो उन्हें निर्दोष नहीं मानना चाहिये। आगरा कॉलेज के मैदान पर आयोजित एबीवीवी के राष्ट्रीय अधिवेशन में पहुंचे शर्मा ने कॉलेज मैदान पर लगाई गयी जलियांवाला बाग की प्रदर्शनी का भी अवलोकन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 65 वें राष्ट्रीय अधिवेशन में शुक्रवार को आगरा पहुंचे उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि जेएनयू विवाद को तूल देने वाले छात्रों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिये।
शर्मा ने कहा कि भारत में रहने वाले लोग यदि स्वामी विवेकानंद का भी सम्मान नहीं कर सकते तो उन्हें निर्दोष नहीं मानना चाहिये। आगरा कॉलेज के मैदान पर आयोजित एबीवीवी के राष्ट्रीय अधिवेशन में पहुंचे शर्मा ने कॉलेज मैदान पर लगाई गयी जलियांवाला बाग की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
इसके बाद पुलवामा के शहीद कौशल रावत को समर्पित मॉडल्स का भी अवलोकन किया। अधिवेशन स्थल पर भ्रमण के दौरान उन्होंने अपने विद्यार्थी जीवन में एबीवीपी से जुड़ी यादें साझा कीं। इस अवसर पर अपने संबोधन में शर्मा ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एकमात्र ऐसा संगठन है, जो छात्रों में राष्ट्रवाद की भावना का संचार करता है।
गैर राजनीतिक होने के बाद भी इस संगठन की समाज सेवा के क्षेत्र में प्रमुखता से हिस्सेदारी रहती है। बीएचयू में एक प्रोफेसर की नियुक्ति को लेकर चल रहे विवाद पर शर्मा ने कहा कि मुझे संस्कृत पढ़ाने वाले भी मुस्लिम शिक्षक थे।