बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा- अगर SC की तरह ST भी धर्म परिवर्तन करते हैं तो उन्हें आरक्षण नहीं मिलना चाहिए
By रामदीप मिश्रा | Published: September 23, 2020 08:51 AM2020-09-23T08:51:46+5:302020-09-23T08:51:46+5:30
भारतीय जनता पार्टी से सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान कहा कि अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद अब यह जरूरी है कि देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू हो और समान नागरिक संहिता लागू की जाए।
नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी से सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान कहा कि सरकार को यह व्यवस्था बनानी चाहिए कि अनुसूचित जनजाति से धर्मांतरण करने वालों को आरक्षण नहीं मिले। कई इलाकों में देखने को मिल रहा है कि अनुसूचित जनजाति के लोगों का धर्मांतरण कराया जा रहा है।
निशिकांत दुबे ने कहा, 'अगर SC की तरह ST भी धर्म परिवर्तन करते हैं तो उन्हें आरक्षण नहीं मिलना चाहिए। अल्पसंख्यक तुष्टिकरण का एक ट्रेंड चल पड़ा है इसके कारण एक तो डेमोग्राफी बदलती है दूसरा वोट बैंक की राजनीति एक्टिव होती है।'
उन्होंने कहा, 'कोरोना के समय अभी हमने जो देखा, इस देश में अब कंप्लीट पॉपुलेशन कंट्रोल होना चाहिए। वरना पूरी की पूरी डेमोग्राफी बदल जाएगी और देश का लोकतंत्र भी खतरे में पड़ जाएगा। कई बांग्लादेशी भी यहां के नागरिक बन जाते हैं।'
इसके अलावा उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद अब यह जरूरी है कि देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू हो और समान नागरिक संहिता लागू की जाए। बीजेपी के जगदंबिका पाल ने कहा कि बहुत सारे वायरस पक्षियों एवं जंतुओं से मनुष्यों में आ रहे है। ऐसे में पशु एवं मांस के बाजार के विनियमन की जरूरत है।
बसपा के श्याम सिंह यादव ने अपने संसदीय क्षेत्र जौनपुर में मेडिकल कॉलेज में सुविधा बढ़ाने की मांग भोजपुरी में उठाई। भाजपा के रमेश बिधूड़ी ने सरकार से आग्रह किया गोदरी भाषा को जम्मू-कश्मीर में आधिकारिक भाषा की सूची में शामिल किया जाए। बीजेपी के ही अर्जुन सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में विरोधियों पर अत्याचार हो रहा है और विधायकों एवं सांसदों के फोन टैप किए जा रहे हैं।
बीजेपी के राजू बिष्टस, दर्शना जरदोश, शारदाबेन पटेल, भारतीबेन शियाल और संघमित्रा मौर्या, जदयू के कौशलेंद्र कुमार और दिनेश्वर कामत और कई अन्य सदस्यों ने अपने अपने क्षेत्रों अथवा राज्य के मुद्दे उठाए।