यदि सांसद फारूक अब्दुल्ला को रिहा नहीं किया जाता है तो फिर क्या इज्जत है जम्मू-कश्मीर की, लोकसभा में बुलाया जाएः विपक्षी सांसद
By भाषा | Published: November 19, 2019 04:20 PM2019-11-19T16:20:56+5:302019-11-19T16:20:56+5:30
तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय ने कहा, ‘‘फारूक अब्दुल्ला को रिहा किया जाए।’’ बसपा के दानिश अली ने कहा, ‘‘फारूक अब्दुल्ला को (लोकसभा के सत्र में) बुलाया जाए। इसके लिये आपकी (स्पीकर की) ओर से निर्देश चाहिए।’’
लोकसभा में विपक्षी दलों के सदस्यों ने जम्मू कश्मीर से नेशनल कांफ्रेंस के सांसद फारूक अब्दुल्ला को हिरासत से रिहा करने और उन्हें संसद के शीतकालीन सत्र में शामिल होने की इजाजत देने की मांग लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी की।
लोकसभा में शून्यकाल के दौरान तृणमूल कांग्रेस,बसपा व नेकां सांसदों ने अपनी-अपनी सीटों पर खड़े होकर यह मांग की। तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय ने कहा, ‘‘फारूक अब्दुल्ला को रिहा किया जाए।’’ बसपा के दानिश अली ने कहा, ‘‘फारूक अब्दुल्ला को (लोकसभा के सत्र में) बुलाया जाए। इसके लिये आपकी (स्पीकर की) ओर से निर्देश चाहिए।’’
नेकां सांसद हसनैन मसूदी ने अपनी पार्टी के लोकसभा सदस्य फारूक अब्दुल्ला को हिरासत से रिहा करने की मांग करते हुए कहा, ‘‘यदि फारूक को रिहा नहीं किया जाता है तो फिर क्या इज्जत है जम्मू कश्मीर की?’’ गौरतलब है कि अब्दुल्ला को श्रीनगर में हिरासत में रखे जाने का मुद्दा लोकसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को भी विपक्षी सदस्यों ने सदन में उठाया था और हंगामा किया था।
उन्होंने स्पीकर ओम बिरला से सरकार को अब्दुल्ला को तत्काल रिहा करने का आदेश देने का अनुरोध किया था। इस मुद्दे पर विरोध जताते हुए कांग्रेस के सदस्यों ने सदन से बर्हिगमन भी किया था।