गुजरात विधानसभा अध्यक्ष ने बाबासाहेब आंबेडकर और PM नरेंद्र मोदी को बताया ब्राह्मण
By रामदीप मिश्रा | Published: April 30, 2018 01:43 PM2018-04-30T13:43:52+5:302018-04-30T14:52:50+5:30
गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी का यह बयान रविवार को उस समय सामने आया जब वह गुजरात के गांधीनगर में आयोजित 'मेगा ब्राह्मण बिजनस समिट' में बोल रहे थे।
अहमदाबाद, 30 अप्रैलः डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम पर हो रही राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। हर कोई अपने-अपने तरीके से व्याख्या कर रहा है। पिछले कई दिनों से बाबासाहेब को राजनीतिक दल अपने बेहद करीबी बताने की कोशिश में जुटे हुए हैं। इसी बीच एक और अजीबो-गरीब बयान सामने आया है, जिसमें गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष ने उन्हें 'ब्राह्मण' बताया है।
खबरों के मुताबिक, गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी का यह बयान रविवार को उस समय सामने आया जब वह गुजरात के गांधीनगर में आयोजित 'मेगा ब्राह्मण बिजनस समिट' में बोल रहे थे।
इस कार्यक्रम में कहा कि मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं हो रहा है कि आंबेडकर ब्राह्मण थे। उनका सरनेम आंबेडकर एक ब्राह्मण सरनेम है। यह सरनेम उन्हें उनके टीचर ने दिया था, जो खुद एक ब्राह्मण थे।'
इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी ब्राह्मण बता दिया, जिसकी उन्होंने दलील दी कि किसी विद्वान व्यक्ति को 'ब्राह्मण' कहना गलत नहीं है और इस लिहाज से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ब्राह्मण हैं।
आपको बता दें कि पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के गवर्नर राम नाईक ने सिफारिश की थी, जिसके बाद यूपी सरकार सभी दस्तावेजों में सविंधान निर्माता भीम राव आंबेडकर के नाम के साथ 'रामजी' जोड़ने का ऐलान किया गया। सभी सरकारी दस्तावेजों में डॉक्टर भीमराव आंबेडकर का नाम अब डॉक्टर भीम राव रामजी आंबेडकर लिखा जाएगा ।
वहीं, उत्तर प्रदेश के बदायूं शहर से एक ऐसा मामला सामने आया था, जिसमें कुछ अज्ञात लोगों ने बाबा साहेब डॉक्टर भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा को लोहे पिंजड़े में कैद कर दिया था।
बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर पिछले कई दिनों से चर्चा का विषय बने हुए हैं। हाल ही में बाबा साहेब की मूर्तियां तोड़कर अराजकता फैलाने को कोशिश की गई। लेकिन इस बीच अब नया मोड़ आ गया है। यूपी के बदायूं में एक अनोखा नजारा देखने को मिला है।
इसके अलावा बाबा साहेब की मूर्ति पर सत्ताधारी रंग यानि की भगवा रंग चढ़ाया गया था, लेकिन बढ़ते विवाद के बाद इसको एक बार फिर से नीले रंग से पोता गया। यह कार्य बसपा नेता हिमेंद्र गौतम ने किया था।