गोवा के उपमुख्यमंत्री कावलेकर पर रिश्वत लेने का आरोप, पत्र सोशल मीडिया पर वायरल, चंद्रकांत ने कहा-फर्जी
By भाषा | Published: September 6, 2019 01:03 PM2019-09-06T13:03:19+5:302019-09-06T13:03:19+5:30
पत्र में कावलेकर पर कृषि भूमि को वाणिज्यिक उपयोग की जमीन में बदलने के लिए रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है। बृहस्पतिवार को यहां जारी किए गए एक बयान में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ ‘एजेंटों’ और ‘डीलरों’ ने नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग के साथ-साथ उनकी छवि को धूमिल करने का काम करना शुरू कर दिया है।
सोशल मीडिया पर एक पत्र प्रसारित किया जा रहा है जिसमें गोवा के उपमुख्यमंत्री चंद्रकांत कावलेकर पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है।
हालांकि, कावलेकर ने इस आरोप को खारिज कर दिया। नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग का नेतृत्व करने वाले कावलेकर ने मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से इस बारे में जांच करने का आदेश देने का अनुरोध किया है कि पत्र किसके दिमाग की उपज है और उसे किसने लिखा है।
जुलाई में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले कावलेकर ने पत्र को ‘‘फर्जी’’ बताते हुए खारिज कर दिया और इसे अपनी छवि बिगाड़ने की कोशिश बताया। पत्र में किसी ‘‘पुनीत गुप्ता’’ का नाम है और यह प्रधानमंत्री कार्यालय को लिखा गया है। यह पत्र पिछले एक सप्ताह से सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है।
पत्र में कावलेकर पर कृषि भूमि को वाणिज्यिक उपयोग की जमीन में बदलने के लिए रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है। बृहस्पतिवार को यहां जारी किए गए एक बयान में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ ‘एजेंटों’ और ‘डीलरों’ ने नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग के साथ-साथ उनकी छवि को धूमिल करने का काम करना शुरू कर दिया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि एजेंटों ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के लिए पुनीत गुप्ता के नाम की फर्जी आईडी बनाई। कावलेकर ने कहा, ‘‘इस षडयंत्र के पीछे के लोगों का पता लगाने के लिए मैंने बुधवार को मुख्यमंत्री से इस मामले की गहन जांच कराने का अनुरोध किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह राजी हो गए और उन्होंने सरकारी तंत्र को इस मामले को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए।’’ उपमुख्यमंत्री ने कहा कि उनके खिलाफ सावंत या किसी अन्य व्यक्ति के समक्ष कोई शिकायत नहीं की गई। उन्होंने कहा, ‘‘जांच में जनता के सामने सबकुछ आ जाएगा।’’