फिर से राज्यसभा में आएंगे गुलाम नबी आजाद, जम्मू-कश्मीर नहीं केरल से हो सकते हैं सांसद!
By शीलेष शर्मा | Published: February 10, 2021 04:14 PM2021-02-10T16:14:23+5:302021-02-10T16:16:40+5:30
राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य गुलाम नबी आजाद की तारीफ करते हुए भावुक हो गए थे।
नई दिल्लीः राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद की विदाई को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भले ही भावुक होकर विदा कर दिया हो, लेकिन कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी आज़ाद को राज्यसभा में देखना चाहती हैं।
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार अप्रैल में गुलाम नबी आजाद की राज्यसभा में वापसी होगी और तब तक कांग्रेस का कोई इरादा नया नेता प्रतिपक्ष बनाने का नहीं है। माना जा रहा है कि आज़ाद की राज्यसभा में वापसी के बाद वह नेता प्रतिपक्ष बने रहेंगे।
10 जनपथ के निकट सूत्रों के अनुसार सोमवार को अपने विदाई समारोह से एक दिन पूर्व जब आज़ाद सोनिया गांधी से मिलने पहुँचे, तब आज़ाद की राज्यसभा की दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई, जब आज़ाद ने कश्मीर से ही सदन में लौटने की बात कही तो बीच में बात काटते हुए सोनिया ने कहा कि कश्मीर नहीं केरल से वापसी होगी।
ग़ौरतलब है कि 21 अप्रैल को केरल के तीन सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, इनमें आईयूएमएल के अब्दुल वहाब, सीपीएम के केके रागेश और कांग्रेस के वायलार रवि के नाम शामिल हैं। पार्टी सूत्र बताते हैं कि सोनिया गांधी वॉयलार रवि के स्थान पर गुलाम नबी आजाद को लाना चाहती हैं। यदि आईयूएमएल से कोई बात बनती है तब वॉयलार रवि के नाम पर विचार हो सकता है, ऐसे भी संकेत मिल रहे हैं कि पार्टी वॉयलार रवि को राज्य की राजनीति में सक्रिय करे।
गुलाम नबी आजाद के साथ ही भाजपा के शमशेर सिंह मन्हास, और पीडीपी के मीर मोहम्मद फ़ैयाज तथा नजीर अहमद लवाय का कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है। आजाद और नजीर अहमद का कार्यकाल 15 फरवरी को और मन्हास तथा मीर फयाज का कार्यकाल 10 फरवरी को पूरा हो रहा है।