मोदी की नीतियों से प्रभावित होकर राजनीति में आया हूं: गौतम गंभीर
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: May 11, 2019 11:47 AM2019-05-11T11:47:59+5:302019-05-11T11:47:59+5:30
गौतम गंभीर ने कहा मोदी के कामों से देश के साथ दुनिया खुश है. हम अपने कामों के आधार जनता से वोट मांग रहे हैं. केजरीवाल ने सत्ता के लालच में उसी पार्टी से समर्थन मांग कर गलती कर दी जिसको उसने जड़ से उखाड़ फेंका था और बात कांग्रेस की करें तो वो कतार में ही नहीं है.
इस बार के लोकसभा चुनाव में कई सेलिब्रिटी की एंट्री हुई है. पहले भी कई दिग्गज अपनी किस्मत अजमा चुके. कुछ पैवेलिएन लौट गए, कुछ को राजनीति भा गई और उन्होनें इस आधार पर अपना भविष्य तय कर लिया. भारतीय टीम के पूर्व धुरंधर बल्लेबाज अपने बल्ले से तो देश की जनता का दिल चुके हैं लेकिन क्या राजनीति में भी वो ऐसा कुछ कर पाएगें? क्रिकेटर से नेता बने पूर्वी दिल्ली से भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी गौतम गंभीर से योगेश सोनी की खास बातचीत के मुख्य अंश -
किन कारणों से राजनीति में कदम रखा
पिछले पांच सालों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली से बेहद प्रभावित हुआ और लगा कि यदि आपका बॉस जानदार हो तो उसकी टीम में काम करने में मजा आता है. और मोदी जी जैसे शानदार इंसान और जानदार व्यक्तित्व की टीम का हिस्सा बनना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. देश एक रफ्तार की ओर है वो रफ्तार न टूटे. हमारा देश क्रि क्रेट के साथ-साथ अब मोदी के कामों से पूरे विश्व में पहचाना जाने लगा.
सेलिब्रिटी पर हमेशा से आरोप लगता है कि वो जीतने के बाद क्षेत्र में नजर नहीं आते -
हर कोई एक जैसा नही होता. न तो मुझे पैसों का लालच है और न ही सत्ता का. कोई भी स्क्रीन चेहरा अपने सेलिब्रिटी फेम से जिंदगीभर कमा सकता है बशर्ते वो अपने काम में दम रखता हो तो. लेकिन मैं अपने सभी तजुर्बों के साथ देश की सेवा करना चाहता हूं. देश में अभी बहुत कुछ करना बाकी है जो सिर्फ मोदी ही कर सकते हैं.
दिल्ली में त्रिकोणीय मुकाबला है. राजनीति में आपका अनुभव ज्यादा नहीं है. कैसे निकालेंगे सीट ?
एक भजन की लाइन याद आ गई,''पार होगा वही जिसे पकड़ेंगे राम,जिसको छोड़ेंगें पल भर में डूब जाएगा.'' कहने का अर्थ यह हुआ कि जनता चाहे तो किसी को भी पार उतार दे. मोदी के कामों से देश के साथ दुनिया खुश है. हम अपने कामों के आधार जनता से वोट मांग रहे हैं. केजरीवाल ने सत्ता के लालच में उसी पार्टी से समर्थन मांग कर गलती कर दी जिसको उसने जड़ से उखाड़ फेंका था और बात कांग्रेस की करें तो वो कतार में ही नहीं है. दिल्ली में हमारी सातों सीटें आ रही हैं.
क्या 2014 जैसा मैजिक कर पाएगी मोदी सरकार ?
मैं उसके मैजिक नहीं मानता. वो जनता ने अन्य दलों को जबाव दिया था कि अब देश को बदलाव की जरूरत है जो जनता ने करके भी दिखाया था. देश के जनता का मोदी के प्रति प्यार और विश्वास इस बात का प्रमाण है कि इस बार हम पहले से भी ज्यादा अच्छा प्रदर्शन करेंगे. पिछले पांच सालों में जितना काम हुआ है और जितना देश का नाम हुआ है वो जग-जाहिर है. देश को फिर से मोदी के रु प में एक ईमानदार सरकार चाहिए.