JDU नेता हत्याकांड में पूर्व RJD विधायक कुंती देवी को आजीवन कारावास की सजा, 50 हजार रुपये का लगा जुर्माना
By एस पी सिन्हा | Published: January 25, 2021 08:14 PM2021-01-25T20:14:45+5:302021-01-25T20:15:59+5:30
बिहार के गया जिले में राजद की पूर्व विधायक कुंती देवी को हत्या के एक मामले में अदाल ने आजीवन कारावस की सजा सुनाई है। इसके साथ ही उन पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।
पटना,25 जनवरी। राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी नेताओं में से एक राजेन्द्र यादव की पत्नी और पूर्व विधायक कुंती देवी को एक हत्या के मामले में कोर्ट ने आजीवन करवास की सजा सुनाई है। जदयू प्रखंड अध्यक्ष सुमारिक हत्याकांड में एडीजे-3 ने कुंती देवी को उम्र कैद की सजा तथा 50 हजार रुपया का जुर्माना सुनाया है। इसके पहले कोर्ट ने उन्हें इस मामले में दोषी करार दिया था।
यहां बता दें कि कुंती देवी के पति राजेंद्र यादव भी जेल की सजा काट रहे है। कुंती देवी गया के अतरी विधानसभा सीट से राजद के टिकट पर चुनाव जीतती रही हैं। अदालत ने अर्थदंड नही देने पर 1 साल की सजा बढ़ाने का फैसला सुनाया गया है। इस मामले में अपर लोक अभियोजक मसूद मंजर ने बताया कि गया के नीमचक बथानी थाना क्षेत्र के नीमचक बथानी बाजार में 27 फरवरी 2013 को जदयू के प्रखण्ड अध्यक्ष सुमिरक यादव की हत्या लाठी डंडे व लोहे की रॉड से पीट पीट मार दिया गया था।
उन्होंने बताया कि सुमिरक यादव हत्याकांड मामले में पूर्व विधायिका कुंती देवी ट्रायल का सामना कर रही थी। आज एडीजे-3 ने इस हत्याकांड में पूर्व राजद विधायिका कुंती देवी को आजीवन कारावास की सजा के साथ-साथ 50 हजार रुपये का अर्थदंड का फैसला सुनाया। वहीं, इस मामले को लेकर मृतक के परिजनों ने बताया था की घटना 26 फरवरी 2013 की है। उस दिन सुमारिक यादव जदयू कार्यालय से विजय यादव एवं अन्य लोगों के साथ घर जा रहा था। रास्ते में ही कुंती देवी, उनके पुत्र रंजीत यादव, विवेक कुमार, रंजीत के साला पंकज यादव एवं अन्य चार पांच लोगों ने उसे रोक लिया।
कुंती देवी बोली कि मारो इसको, इसी के कारण चुनाव हार गए हैं। इसके बाद सभी ने मिल कर सुमारिक यादव को लाठी व रॉड से मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। अस्पताल ले जाने के क्रम में उसकी मौत हो गई थी। सुमारिक यादव के भाई विजय यादव के बयान पर नीमचक बथानी थाना में प्राथमिकी (21/2013) दर्ज कराई गई थी। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि पूर्व विधायिका कुंती देवीके पति पूर्व विधायक राजेन्द्र यादव भी बच्ची की हत्या के मामले में साल 2005 से उम्रकैद की सजा काट रहे हैं।
साल 2005 में अतरी से निर्वाचित घोषित होने के बर्फ राजेन्द्र यादव अपने समर्थकों के साथ विजय जुलूस के साथ अपने गांव माधोबीघा जा रहे थे। दरियापुर गांव के समीप विजय जुलूस से हुई फायरिंग में छत पर खडी बच्ची मिंटू कुमारी की मौत गोली लगने से हो गई थी। इस मामले में राजेन्द्र यादव पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया था। लेकिन बाद में पकडा गया जो अभी उम्रकैद की सजा काट रहा है।
अतरी विधानसभा क्षेत्र में राजेन्द्र यादव दबंग राजनेता के रूप में रहे हैं। 5 साल पहले जेल में बंद राजद के पूर्व विधायक राजेन्द्र यादव ने बथानी के जदयू प्रखंड अध्यक्ष वाल्मिकी कुशवाहा को धमकी दी थी। प्रखंड अध्यक्ष ने इस घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराया था। इसकी पुष्टि पुलिस की ओर से की गई थी। जदयू प्रखंड अध्यक्ष कुशवाहा ने बताया था कि मोबाइल नंबर 7857983607 पर 7739213386 नंबर से फोन आय था। तब कुंती देवी के पति ने कहा था कि तुम जदयू प्रत्याशी का मदद न कर के मेरी पत्नी कुंती देवी का मदद करो।
यहां बता दें कि 1995, 2000 और फरवरी 2005 में लगातार तीन बार राजेन्द्र यादव जनता दल एवं राष्ट्रीय जनता दल के टिकट पर विधायक बने थे। नवंबर 2005 में राजेन्द्र यादव की पत्नी कुंति देवी विधायक रहीं तो 2010 में जदयू के कृष्णनंदन यादव ने कुंति देवी को हराकर इस सीट से चुनाव जीत लिया। 2015 के चुनाव में राजद की कुंति देवी लोजपा के अरविंद सिंह को हराकर फिर से विधानसभा पहुंची थी। तब लालू यादव और नीतीश कुमार साथ-साथ चुनावी मैदान में थे।1990 में लालू प्रसाद यादव की सरकार आने के बाद से इस इलाके में नीमचक बथानी के रहनेवाले राजेन्द्र यादव और उनके परिवार का दबदबा रहा है। इस बार राजद ने राजेन्द्र यादव और कुंति देवी के बेटे और नीमचक बथानी के पूर्व प्रमुख अजय यादव उर्फ रंजीत यादव को उम्मीदवार बनाया था।