महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फड़नवीस ने कहा- अजित दादा हमें चाय पर बुलाएं या फिर हमारे यहां पधारें, जानें पूरा मामला
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 2, 2021 09:55 AM2021-01-02T09:55:17+5:302021-01-02T09:59:00+5:30
पुणे में भामा आसखेड़ परियोजना का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने किया. इस मौके पर अन्य नेताओं के अलावा देवेंद्र फड़नवीस भी मौजूद थे. इस दौरान फड़नवीस ने हंसी-मजाक के साथ चुटीला भाषण दिया.
मुंबई: राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़नवीस ने कहा है कि जब भी वे और अजित पवार किसी कार्यक्रम के लिए एक मंच पर आते हैं, तो दो दिन पहले से और दो दिन बाद तक खबरें चलाई जाती हैं. ऐसे में उन्हें हमें चाय पर बुलाना चाहिए. या तो वे हमें बुलाएं या फिर वे खुद हमारे यहां आएं.
ऐसा करने से चारों ओर, खबरें ही खबरें होंगी. पुणे में भामा आसखेड़ परियोजना का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने किया. इस मौके पर अन्य नेताओं के अलावा फड़नवीस भी मौजूद थे. इस दौरान फड़नवीस ने हंसी-मजाक के साथ चुटीला भाषण दिया.
उन्होंने कहा कि पुणे के लोगों को इस कार्यक्रम का बड़ा इंतजार था. मीडिया भी इसकी बाट जोह रहा था. दो दिनों से इस कार्यक्रम की खबरें चलने लगी थीं. जब भी अजित दादा और वे एक साथ मंच पर आते हैं, खबरें बनाई जाती हैं. अब हम लोग क्या कुश्ती लड़ेंगे या फिर गाने गाएंगे? इसलिए या तो अजित दादा को हमें चाय पर बुलाना चाहिए या फिर वे खुद हमारे यहां पधारें.
ऐसा करने से मीडिया को खबरें ही खबरें मिलेंगी. उन्होंने कहा कि पुणे मनपा के भामा आसखेड़ परियोजना के रूप में पुणे के लोगों को नए साल का तोहफा मिला है. इसके लिए सांसद गिरीश बापट ने निरंतर प्रयास किए. समय-समय पर कई बैठकें बुलाईं.
यदि पुणे की कोई समस्या रह जाती है तो राज्य के खजाने की चाबियां अजित दादा के पास हैं. ऐसे में पैसों की कमी नहीं होगी. इस कार्यक्रम के लिए जब अजित पवार मनपा के सभागृह में जा रहे थे, भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने 'पुणे शहर की ताकत, गिरीश बापट' नारे लगाए.
इसके जवाब में राकांपा के कार्यकर्ताओं ने भी 'दादा-दादा' कह कर नारे लगाए. भाजपा कार्यकर्ताओं ने 'जय श्रीराम' के नारे लगाए. जवाब में राकांपा ने 'एकच वादा, अजित दादा' जैसे नारे लगाए. इस कारण कार्यक्रम शुरू होने से पहले की हंगामा खड़ा हो गया. पुलिस ने समय पर हस्तक्षेप करते हुए दोनों ओर के कार्यकर्ताओं को शांत कराया.