CAA पर बिहार के CM नीतीश कुमार की पार्टी में बगावत की आशंका, जदयू महासचिव ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री से जवाब मांगा
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 22, 2020 08:22 AM2020-01-22T08:22:23+5:302020-01-22T08:24:07+5:30
नीतीश को लिखे दो पृष्ठों के बारे में वर्मा ने कहा, ''पत्र में मैंने पूछा है कि विभाजनकारी सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ बड़े पैमाने पर राष्ट्रव्यापी आक्रोश के बावजूद जदयू ने दिल्ली चुनाव के लिए भाजपा के साथ कैसे गठबंधन किया?'' उन्होंने कहा, ''वे (नीतीश) विस्तृत वक्तव्य दें, जिससे विचारधारा स्पष्ट हो.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मुसीबत में डालते हुए जद-यू के राष्ट्रीय महासचिव पवन वर्मा ने मंगलवार को उनसे नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) पर विस्तृत बयान देने की मांग की है. इससे पहले बगावती अंदाज में वर्मा ने पार्टी प्रमुख को पत्र लिखकर दिल्ली में भाजपा के साथ गठबंधन पर सवाल खड़े किए थे. उसके बाद उन्हें दिल्ली विधानसभा चुनाव के स्टार प्रचारकों की सूची से हटा दिया गया था.
नीतीश को लिखे दो पृष्ठों के बारे में वर्मा ने कहा, ''पत्र में मैंने पूछा है कि विभाजनकारी सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ बड़े पैमाने पर राष्ट्रव्यापी आक्रोश के बावजूद जदयू ने दिल्ली चुनाव के लिए भाजपा के साथ कैसे गठबंधन किया?'' उन्होंने कहा, ''वे (नीतीश) विस्तृत वक्तव्य दें, जिससे विचारधारा स्पष्ट हो.
भाजपा के साथ लंबे समय से गठबंधन करने वाली पुरानी पार्टी अकाली दल ने इस कानून की वजह से दिल्ली विधानसभा चुनाव में गठबंधन नहीं किया, तो जदयू के आगे ऐसा करने की क्या अनिवार्यता थी?''
उन्होंने कहा कि मुझे दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए स्टार प्रचारक की सूची से हटाया जाना कोई मुद्दा नहीं है और जहां तक आगे राज्यसभा का सदस्य बनाए जाने की बात है, तो मैंने कभी नीतीश जी से इस तरह की मांग नहीं की है... आप मुद्दों, विचारधारा और पार्टी के रुख पर बात कीजिए.'' उन्होंने कांग्रेस के संपर्क में होने की चर्चा को भी बेबुनियाद बताया है.